बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात 8 साल बाद सर्किल रेट बढ़ने से अयोध्या में महंगी हुई जमीन: अब बिहार में हो रही यह चर्चा
03-Nov-2019 09:04 AM
By Ganesh Samrat
MATHURA : लालू यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने बिहार की राजनीति छोड़कर अब उत्तर प्रदेश की राह पकड़ ली है। तेज प्रताप बिहार में नीतीश कुमार के खिलाफ आंदोलन करने की बजाय यूपी में योगी सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे। तेज प्रताप यादव ने खुद इसका एलान किया है। तेज प्रताप ने कहा है कि वह योगी सरकार को सुधारने के लिए आंदोलन करेंगे।
दरअसल लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव लंबे वक्त से मथुरा और वृंदावन में हैं। दिवाली गोवर्धन पूजा और छठ के मौके पर भी तेजप्रताप मथुरा में मौजूद हैं। मथुरा में गायों के बीच बांसुरी बजाते हुए तेज प्रताप इन दिनों यमुना किनारे वक्त गुजार रहे हैं लेकिन तेज प्रताप को यमुना नदी का प्रदूषण आहत कर रहा है। तेज प्रताप मैली यमुना को देखकर इतने आहत हैं कि उन्होंने इसमें सुधार के लिए यूपी सरकार के खिलाफ आंदोलन का एलान किया है।
संभव है कि तेज प्रताप यादव अपने स्टैंड पर जल्द ही खरे उतरते दिखें और योगी सरकार के खिलाफ आंदोलन करते नजर आएं। तेज प्रताप यादव बिहार में अपनी पार्टी के लिए अब तक कुछ खास नहीं कर पाए हैं। लाख विरोध के बावजूद उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव ने आरजेडी पर पकड़ मजबूत बना ली है और हालिया विधानसभा उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद तेज प्रताप को भी ऐसा लगने लगा है कि बिहार में शायद उनके लिए राजनीतिक संभावनाएं कम बची हैं।