वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी
11-Sep-2020 02:10 PM
By
PATNA : विधानसभा चुनाव के पहले सिटिंग विधायकों को लेकर उनके ही कुनबे में नाराजगी ही देखने को मिल रही है. दानापुर से बीजेपी विधायक आशा सिन्हा को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने मोर्चा खोल दिया है. आशा सिन्हा लगातार दानापुर विधानसभा सीट से विधायक हैं, लेकिन क्षेत्र का विकास नहीं होने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी है. इसी नाराजगी का असर है कि विधायक के खिलाफ आज बीजेपी के ही कार्यकर्ताओं ने खुलकर विरोध प्रदर्शन किया.
सगुना मोड़ पर इकट्ठा हुए बीजेपी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने विधायक आशा सिन्हा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उन पर क्षेत्र का विकास नहीं करने का आरोप लगाया. बीजेपी कार्यकर्ताओं की मांग है कि दानापुर से इस बार पार्टी का उम्मीदवार बदला जाए. स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि अगर पार्टी आशा सिन्हा को टिकट देती है तो ऐसे में वह अपने ही बीते किसी योग्य उम्मीदवार को मैदान में उतारेंगे.
आम लोगों और कार्यकर्ता से दूर रहने वाले विधायकों के खिलाफ नेता और कार्यकर्ता से लेकर ग्रामीण इन दिनों बिहार में मोर्चा खोल दिया हैं. विधानसभा चुनाव से पहले जनता से दूर रहने वाले ये कई दलों के विधायक अब ग्रामीणों के बीच जा रहे हैं. लेकिन पहले से नाराज ग्रामीणों को अब मौका मिल गया है. ऐसे में विधायकों को गांव से भगाने से लेकर दौड़ा रहे हैं. सैकड़ों लोगों के बीच इन दिनों कई दलों के विधायकों को लोग सवाल जवाब कर रहे और उनसे पांच सालों का हिसाब मांग रहे हैं.