ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात 8 साल बाद सर्किल रेट बढ़ने से अयोध्या में महंगी हुई जमीन: अब बिहार में हो रही यह चर्चा

प्रशांत किशोर ने बीजेपी के नेताओं से बनाई दूरी, एक नाव पर सवार होकर भी नहीं बैठे साथ

प्रशांत किशोर ने बीजेपी के नेताओं से बनाई दूरी, एक नाव पर सवार होकर भी नहीं बैठे साथ

02-Nov-2019 04:46 PM

By

PATNA : प्रशांत किशोर को लेकर बीजेपी और जेडीयू के बीच रिश्ते हाल के दिनों में तल्ख रहे हैं। इसका सीधा असर प्रशांत किशोर और बीजेपी नेताओं के रिश्तो पर भी पड़ा है। छठ के मौके पर आज यह तस्वीर और साफ हो गई।

दरअसल छठ के मौके पर पटना के गंगा घाटों के भ्रमण पर सीएम नीतीश के साथ निकले बीजेपी नेताओं से जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने दूरी बनाए रखी। बीजेपी नेताओं के साथ एक ही नाव की सवारी करने के बावजूद पीके दूर-दूर दिखे। नीतीश के साथ राज्यपाल फागू चौहान, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी बैठे रहे लेकिन प्रशांत किशोर ने इन नेताओं के बीच बैठना जरूरी नहीं समझा। पीके बोट पर सवार हुए लेकिन वह बीजेपी नेताओं के साथ बैठने की बजाय दूर खड़े रहे। 

कभी बीजेपी के लिए चुनावी रणनीतिकार की भूमिका अदा कर चुके प्रशांत किशोर 2015 के विधानसभा चुनाव में बिहार के अंदर बीजेपी के खिलाफ और जेडीयू के लिए रणनीति बनाई थी। भले ही नीतीश कुमार ने एनडीए में जाने का फैसला कर लिया लेकिन प्रशांत किशोर बीजेपी के खिलाफ मुकाबले का कोई मौका नहीं छोड़ते। पीके की कंपनी आईपैक पश्चिम बंगाल में बीजेपी के खिलाफ ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति बना रही है। यही वजह है कि प्रशांत किशोर बीजेपी नेताओं के साथ खुद को सहज नहीं पाते और आज छठ के मौके पर भी यह असहजता फिर से देखने को मिली।