Caste Census:जातीय जनगणना पर केंद्र के फैसले का JDU महासचिव ने किया स्वागत, नीतीश कुमार के विजन की बताई जीत Bihar Education News: सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल-प्रधान शिक्षकों का पावर कट, स्कूल के दूसरे शिक्षक को बड़ा अधिकार, ACS एस सिद्धार्थ ने सभी DEO को भेजा पत्र Road Accident: तेज बाइक चलाने की जिद ने ली दो दोस्तों की जान, तीसरे की हालत गंभीर SUPAUL: छातापुर में धूमधाम के साथ मनाई गयी भगवान परशुराम की जयंती, कार्यक्रम में आए सैकड़ों ब्राह्मणों का संजीव मिश्रा ने किया स्वागत Pahalgam Terror Attack: “तुम्हारे घर में घुसकर ऐसे आदमी को मारेंगे जो तुम्हारे लिए एक लाख के बराबर होगा”, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का पाकिस्तान के नाम संदेश Bihar Crime News: बेख़ौफ़ अपराधियों ने फाइनेंस कर्मी को बनाया अपना शिकार, तलाश में पुलिस लगातार कर रही छापेमारी PATNA: 3 दिन से गायब महिला की लाश झाड़ियों से बरामद, गले पर गहरे निशान से हत्या की आशंका Bihar Farmers: बिहार के इस जिले में कद्दू बेचकर मालामाल हो रहे किसान, यह तरीका अपनाकर दुगनी कर रहे कमाई जमुई और लखीसराय का कुख्यात अपराधी मुन्ना यादव गिरफ्तार, लंबे समय से पुलिस को थी तलाश नवादा में बस और बाइक की टक्कर में युवक की मौत, फुफेरा भाई घायल, नानी के घर जा रहे थे दोनों
24-Aug-2024 02:15 PM
By First Bihar
BHAGALPUR: भागलपुर में टूटे तटबंध का जायजा ले रहे जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर गंगा की तेज धार में बह गए। इस घटना के बाद साथ अन्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया हालांकि मौके पर मौजूद एसडीआरएफ की टीम ने उन्हें बचा लिया।
दरअसल, नवगछिया के गोपालपुर स्थित बिंद टोली में बाध टूटने के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं। गंगा का पानी कई गांवों में फैल गया है और चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है। बिंदटोली में ध्वस्त हुए तटबंध का जायजा लेने के लिए जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों की टीम पहुंची थी, तभी एक बड़ा हादसा हो गया।
तटबंध का मुआयना करने के दौरान कटिहार के मुख्य अभियंता अनवर जमील गंगा की तेज धार में बह गए। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद एसडीआरएफ की टीम ने चीफ इंजीनियर को गंगा मे डूबने से बचा लिया और उन्हें पानी से बाहर निकाला। फिलहाल वह पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
बता दें कि तटबंध टूटने के बाद इस इलाके में बाढ़ जैसे हालात हैं। सैकड़ों परिवार बेघर हो हए हैं और हजारों लोग अपना घर बार छोड़कर पलायन कर गए हैं। बाढ़ नियंत्रण कक्ष के इंजीनियर और अन्य अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। जल संसाधन विभाग द्वारा बांध का निर्माण कराया गया था लेकिन करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद यह बांध ध्वस्त हो गया है और हजारों लोग बाढ़ की विभिषिका झेलने को विवश हो गए हैं।