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28-May-2025 04:41 PM
By First Bihar
BIHAR: बिहार के गया जी जिले में मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत मंझौली गांव के पास गश्ती पर निकले दारोगा SI (सब-इंस्पेक्टर) अशोक कुमार पर संदिग्ध हालात में खड़े सरपंच और उनके समर्थकों ने न सिर्फ बहस की, बल्कि उन पर हमला भी कर दिया। इस दौरान दारोगा की सर्विस रिवॉल्वर छीनने की कोशिश की गई और स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि दारोगा को आत्मरक्षा में फायरिंग की नौबत आ गई।
पूछताछ से शुरू हुआ विवाद, मारपीट तक पहुंचा मामला
घटना उस समय घटी जब एसआई अशोक कुमार भुसण्डा-फतेहपुर मार्ग पर गश्ती कर रहे थे। उन्होंने भदेजा पंचायत के सरपंच को कुछ समर्थकों के साथ संदिग्ध हालात में खड़े देखा तब पूछताछ शुरू की। इस दौरान माहौल गर्म हो गया। दारोगा और भदेजा पंचायत के सरपंच के साथ बहस होते-होते मारपीट का रूप ले लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सरपंच समर्थकों के साथ दारोगा पर टूट पड़े और उनकी सर्विस रिवॉल्वर छीनने की कोशिश की गई। हालांकि, एसआई ने किसी तरह रिवॉल्वर अपने पास रखी और स्थिति को काबू में लाने की कोशिश की। मामला इतना बिगड़ गया कि उन्हें आत्मरक्षा में फायरिंग की स्थिति में आना पड़ा। इसी दौरान भीड़ धीरे-धीरे पीछे हट गई।
घटना का वीडियो वायरल, पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
इस घटना का किसी ने वीडियो बना लिया जो थोड़ी ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर इलाके में चर्चा तेज हो गई। लोग सवाल उठाने लगे कि आखिर पुलिसकर्मी की सुरक्षा और गरिमा का क्या होगा, जब वह अपनी ड्यूटी के दौरान भी सुरक्षित नहीं रह सकता।
उच्च अधिकारियों पर मामले को दबाने का आरोप
सूत्रों के अनुसार, घटना की सूचना तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई, लेकिन कार्रवाई की बजाय मामला रफा-दफा करने की कोशिशें शुरू हो गईं। बताया जा रहा है कि हमले के बाद सरपंच खुद अपने समर्थकों के साथ थाना पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत कर मामले को शांत करने की कोशिश की। इससे कनीय अधिकारियों में नाराजगी है। कुछ पुलिसकर्मियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यदि हर बार पुलिस पर हमले के बाद समझौते करवाए जाते रहे, तो ड्यूटी करना मुश्किल हो जाएगा।
एसडीपीओ ने एसआई को बताया जिम्मेदार, उठे कई सवाल
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए एसडीपीओ सुनील कुमार पाण्डेय ने एसआई अशोक कुमार को ही दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि मौके पर खड़े लोग अपराधी नहीं थे, ऐसे में पूछताछ करने से बचना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि यदि एसआई लिखित आवेदन देंगे, तभी मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस पर हमले की घटनाएं कोई नई नहीं
यह पहली बार नहीं है जब गया के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में पुलिस पर हमला हुआ हो। इससे पहले 25 अप्रैल 2024 को होली के दिन जगजीवन कॉलेज के पास ड्यूटी पर तैनात एसआई शंभू पासवान के साथ मारपीट की गई थी। 26 अप्रैल 2024 को जमीन विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर महिला सिपाही खुशबू कुमारी को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। 28 सितंबर 2024 को रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे डायल 112 की बाइक टीम पर हमला कर उनकी सर्विस रिवॉल्वर लूट ली गई थी।