ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: वंदे भारत एक्सप्रेस अब बिहार से हावड़ा तक, 6 घंटे में पूरा होगा सफर Tourist Place In Bihar: बिहार को मिला अपना ‘लक्ष्मण झूला’, राज्य का पहला केबल सस्पेंशन ब्रिज तैयार Burdwan Bus Accident: पश्चिम बंगाल के बर्दवान में भीषण सड़क हादसा, बिहार के 10 तीर्थयात्रियों की मौत; दर्जनों घायल Bihar News: पोखर से बरामद हुआ शिक्षक का शव, विवाद के बाद से थे लापता ₹1 लाख करोड़ की रोजगार योजना आज से लागू, लाल किले से PM MODI का बड़ा ऐलान गांधी मैदान से CM नीतीश ने की कई बड़ी घोषणाएं...नौकरी के लिए परीक्षा देने वालों के लिए खुशखबरी, परदेश से घर आने वालों के लिए बड़ी घोषणा, और भी बहुत कुछ जानें... Asia Cup 2025: भारत के स्टार ओपनर को चयनकर्ताओं का झटका, बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद नहीं मिलेगी टीम में जगह Bihar News: गांधी मैदान से CM नीतीश का ऐलान- बताई अपनी प्राथमिकता, पूर्व की सरकार पर भी साधा निशाना Bihar Weather: 15 अगस्त को बिहार के इन जिलों में होगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन

रिश्वत नहीं मिला तो नहीं आया स्टाफ, हॉस्पिटल में 6 साल के बच्चे को खींचना पड़ा स्ट्रेचर

रिश्वत नहीं मिला तो नहीं आया स्टाफ, हॉस्पिटल में 6 साल के बच्चे को खींचना पड़ा स्ट्रेचर

20-Jul-2020 12:00 PM

By

DESK: यूपी के देवरिया जिला हॉस्पिटल का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. एक 6 साल का बच्चा स्ट्रेचर को धक्का देकर अपने नाना को एक वार्ड में ले जा रहा है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं. 

स्टाफ मांग रहा था रिश्वत

बताया जा रहा है कि जिस स्टाफ को वार्ड में ले जाने की ड्यूटी था वह रिश्वत मांग रहा था, परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी. वह हर बार में 30 रुपए डिमांड करता था. जब पैसा खत्म हो गया और देने से इंकार किया तो स्टाफ नहीं आया. जिसके बाद मजबूरन परिवार को खुद वार्ड में ले जाना पड़ा. आगे से मां स्ट्रेचर खिंच रही है तो पीछे से 6 साल का बच्चा धक्का दे रहा है.

बताया जा रहा है कि देवरिया के बरहज क्षेत्र के गौरा गांव निवासी छेदी यादव पिछले दिनों मारपीट की एक घटना में घायल हो गए थे. उनको देवरिया जिला हॉस्पिटल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया गया. घायल की शादीशुदा बेटी ने बताया कि तीन-चार दिन से वह अपने पिता के साथ जिला हॉस्पिटल में हैं. यहां उन्‍हें ड्रेसिंग के लिए बीच-बीच में ड्रेसिंग रूम में ले जाना पड़ता है लेकिन स्टाफ हर बार के लिए 30 रुपए मांगता है. लेकिन पैसा नहीं था कि उसको रोज रिश्वत दिया जा सके. जब पैसा नहीं मिला तो स्टाफ ने ले जाने से इंकार कर दिया.