हम नहीं सुधरेंगे, राहुल-तेजस्वी ने खाई कसम, एक बार फिर प्रधानमंत्री और उनके माता जी का किया अपमान: नित्यानंद Maha Yagya: श्री विद्या दस कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ का पहला दिन संपन्न, विजयवाड़ा में भव्य आयोजन Maha Yagya: श्री विद्या दस कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ का पहला दिन संपन्न, विजयवाड़ा में भव्य आयोजन नरपतगंज से अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस ट्रेन का शुभारंभ, सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने दिखाई हरी झंडी BPSC : BPSC 71वीं PT परीक्षा कल, भूल कर भी न करें यह काम; जान लीजिए आयोग का नया रूल Patna News: पाकिस्तान से धमकी मिलने के बाद बिहार में हाई अलर्ट, पटना जंक्शन पर चलाया गया सघन चेकिंग अभियान Patna News: पाकिस्तान से धमकी मिलने के बाद बिहार में हाई अलर्ट, पटना जंक्शन पर चलाया गया सघन चेकिंग अभियान जमुई में 130 लीटर देसी शराब के साथ पकड़ा गया 6 तस्कर, चोर समझकर ग्रामीणों ने दबोचा किया पुलिस के हवाले BIHAR NEWS : जमुई में तालाब में डूबने से युवक की मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ Bihar News: बिहार में लड़की का हाईवोल्टेज ड्रामा, बॉयफ्रेंड से शादी के लिए बिजली के टावर पर चढ़ी; जानिए.. फिर क्या हुआ?
28-Jun-2022 11:56 AM
By
PATNA : बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षकों की भारी कमी है. राज्य सरकार ने आज विधानसभा में खुद इस बात को कबूल किया है. दरअसल विधानसभा के प्रश्नोत्तर काल में बीजेपी के विधायक नीतीश मिश्रा ने राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेज में फैकल्टी की कमी का मसला उठाया था.उनके सवाल के जवाब में राज्य सरकार के विभागीय मंत्री सुमित कुमार सिंह ने इस बात को कबूल किया कि बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में फैकल्टी की कमी है. फिलहाल गेस्ट फैकल्टी के सहारे किसी तरह काम चलाया जा रहा है.
मंत्री सुमित कुमार सिंह ने सदन में इस बात की जानकारी दी कि शिक्षकों की कमी को लेकर सरकार भी चिंतित है, लेकिन हम पूरी प्रक्रिया के साथ में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में जुटे हुए हैं. सरकार ने सदन में इस बात का आश्वासन दिया कि इसी साल नवंबर महीने तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. इन कॉलेजों में जितनी संख्या में फैकल्टी की आवश्यकता है उतने शिक्षक बहाल कर लिए जाएंगे.
सरकार के इस जवाब पर बीजेपी विधायक नीतीश मिश्रा ने हर्ष जताया. नीतीश मिश्रा ने कहा कि सरकार एक तरफ सभी जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने की बात कहती है, वहीं दूसरी तरफ कॉलेजों में आधारभूत संरचना की कमी है. यानी जब टीचर ही नहीं रहेंगे तो इंजीनियरिंग की पढ़ाई कैसे होगी? सदन में काफी देर तक के इस पर चर्चा होती रही, लेकिन आखिरकार सरकार के इस कबूल लाने के बाद कि जल्द ही शिक्षकों की बहाली कर ली जाएगी मामला शांत हुआ.