ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR CRIME : नशे में धुत बेटे ने पिता पर किया हमला, चाकू छीनकर पिता ने कर दी बेटे की हत्या BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए Bihar Train News: बिहार के स्टेशनों को मिली बड़ी राहत, रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को दी मंजूरी टी सी एच एदुसर्व 16 सितम्बर से नया बैच शुरू, 100% फीस माफी की सुविधा Bihar News: फ्री फायर गेम खेल रहा किशोर को अपराधियों ने मारी गोली, पुलिस कर रही छापेमारी Bihar News: डीईओ साहब....संग्रामपुर ही नहीं तुरकौलिया ब्लॉक के 20 स्कूलों में भी बिना काम के 1 करोड़ की हुई निकासी ! प्रधानाध्यापक ही भ्रष्ट सिस्टम की खोल रहे पोल, जांच करायेंगे ? IAS Transfer: बिहार में कई IAS अधिकारियों का तबादला, हटाए गए उत्पाद आयुक्त; देखें पूरी लिस्ट Nepal political crisis: नेपाल में हिंसा के बाद बिहार सीमा पर हाई अलर्ट, SSB और पुलिस की चौकसी बढ़ी

मांझी को भगवान सद्बुद्धि दें इसे लेकर 51 पंडित करेंगे बगलामुखी जाप

मांझी को भगवान सद्बुद्धि दें इसे लेकर 51 पंडित करेंगे बगलामुखी जाप

26-Dec-2021 02:23 PM

By

PATNA: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के आवास पर 27 दिसंबर को भोज का आयोजन किया गया है। दोपहर 12 बजे होने वाले ब्राह्मण-दलित भोज के आयोजन को लेकर पटना में पोस्टर लगाया गया है तो वही दूसरी ओर 27 दिसंबर को ही पटना के विजय राघव मंदिर में शाम 6 बजे 51 पंडितों द्वारा बगलामुखी जाप किया जाएगा। मंदिर के पंडितों का कहना है कि जीतन राम मांझी को भगवान सद्बुद्धि दें इसे लेकर यह जाप किया जा रहा है। 


पटना स्थित विजय राघव मंदिर के पुजारी संजय तिवारी 51 पंडितों के साथ बगलामुखी जाप करने जा रहे हैं। जिस दिन जीतन राम मांझी द्वारा आयोजित ब्राह्मण-दलित भोज होगा उसी दिन यह जाप भी पंडितों द्वारा किया जाएगा। पंडित संजय तिवारी कहते हैं कि कौन ब्राह्मण मांस-मछली खाएगा और कौन नहीं यह तय करने का अधिकार मांझी जी को किसने दे दिया। 


संजय तिवारी कहते हैं कि हमलोग तो प्याज और लहसुन भी खाने वाले नहीं हैं। बात यदि उनके भोज में जाने की तो जो... (अपशब्द) वही न मांझी जी के यहां जाएंगा। यह काफी पहले से ही चला आ रहा है कि जो चुहा खाता है उसके यहां ब्राह्मण खाना खाने नही जाएंगे। यह परंपरा तो शुरू से ही है वही रहेगी भी। 


गौरतलब है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के आवास पर 27 दिसंबर को भोज का आयोजन किया गया है। एक कार्यक्रम में ब्राह्मणों के बारे में आपत्तिजनक बयान देने के बाद उन्होंने गुरुवार को इस भोज के आयोजन की जानकारी दी थी।


 अब सोमवार को होने वाले कार्यक्रम का नाम बदलकर ब्राह्मण- दलित एकता भोज रख दिया गया है। हालांकि इससे पहले ब्राह्मण-पंडित भोज का नाम इसे दिया गया था। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की ओर से इस भोज में शामिल होने के लिए ब्राह्मणों और पंडितों को सशर्त न्योता दिया गया था। 


हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी की ओर से कहा गया था कि भोज में वैसे ही ब्राह्मण और पंडित शामिल हो सकते हैं जिन्होंने मांस और मदिरा का कभी सेवन ना किया हो। साथ ही कभी चोरी डकैती ना की हो।