New Income Tax Bill: नया आयकर विधेयक अगले हफ्ते संसद में पेश होगा, आज कैबिनेट की मंजूरी की उम्मीद Labour Day 2025: जानिए क्यों मनाया जाता है 1 मई को मजदूर दिवस, क्या है इसका इतिहास और महत्व? Supreme Court: थाने में फरियादी को मिले उचित सम्मान, सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला Pakistani Nationals Sent Back: 18 साल भारत में बिताए, फिर भी रियाज को पत्नी-बच्चों को छोड़ पाकिस्तान भेजा गया , जानिए क्यों! India Pakistan border: भारत सरकार के आदेश के बाद पाक वापसी से पहले 69 साल के पाक नागरिक की हार्ट अटैक से मौत Bihar Mausam Update: बिहार के इन तीन जिलों के लिए दोपहर तक रेड अलर्ट, बारिश-वज्रपात की चेतावनी BIHAR POLICE : बारात की गाड़ी चेक करना पुलिसकर्मियों को पड़ा महंगा, हमले में दारोगा समेत 4 जख्मी Morning habits: सुबह की ये 10 आदतें बढ़ा सकती हैं आपकी एकाग्रता और जीवन की गुणवत्ता BIHAR POLICE : एक्शन में पुलिस महकमा, काम में लापरवाह पुलिसकर्मियों के साथ हो रहा यह काम; इस थाने के इंस्पेक्टर को मिली सजा PATNA NEWS : नशेड़ी ड्राइवर का तांडव, डिवाइडर से टकराई तेज रफ्तार कार; बाल-बाल बचे तीन लोग
18-Jun-2024 12:44 PM
By First Bihar
GAYA : बिहार में हर साल-दो साल पर सरकार का चेहरा तो बदल जाता है लेकिन नहीं बदलते हैं तो स्वास्थ्य सेवाओं के हालात। राज्य में स्वास्थ्य सेवा की बदहाली जस की तस बनी हुई है। इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में पहुंचे मरीजों की जान सांसत में पड़ चुकी है। अस्पतालों में मुकम्मल व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्हें भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। गया से एक ऐसा ही नजारा सामने आया है जो राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को बताने के लिए काफी है।
दरअसल, बिहार में जब महागठबंधन की सरकार थी, तब डिप्टी सीएम के साथ-साथ स्वास्थ्य मंत्री रहे तेजस्वी यादव लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का दावा करते नहीं थकते थे। लेकिन ऐसा कुछ भी देखने का नहीं मिल रहा है। राज्य में सरकार बदली तो लोगों को लगा कि हालात बदलेंगे लेकिन बदहाली जस की तस बनी हुई है। एनडीए सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने मंगल पांडेय भी इस बदहाली को दूर कर पाने में विफल साबित हो रहे हैं।
गया में मगध प्रमंडल के इकलौते बड़े अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बदहाली का नायाब नजारा देखने को मिला है। यहां एंबुलेंस से मरीज को अस्पताल के आकस्मिक वार्ड में पहुंचाने के लिए स्ट्रेचर के बजाय लॉबी सिटिंग चेयर का उपयोग किया जा रहा है। हीट वेव की वजह से अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मरीजों का तांता लगा हुआ है। लेकिन उन्हें वार्ड तक पहुंचाने के लिए अस्पताल में स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं है।
हद तो तब हो गई जब गया के गुरुआ विस क्षेत्र के विधायक विनय कुमार यादव के सामने ही मरीज को वार्ड तक ले जाया जा रहा था। विधायक ने सुशासन की सरकार पर कटाक्ष किया और कहा कि मगध प्रमंडल के इकलौते अस्पताल में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। गया समेत पांच जिलों से मरीज इलाज के लिए एएनएमसीएच पहुंचते हैं लेकिन व्यवस्था के नाम पर यहां कुछ भी उपलब्ध नहीं है। जिससे लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
रिपोर्ट- नीतम राज