'कल्याण ज्वेलर्स' के नाम पर फर्जी सोने-चांदी की दुकान चलाने वाले पर चला प्रशासन का डंडा, बांड भरवाकर दुकानदार से बैनर हटवाया Bihar News: अवैध मेडिकल दुकानों और क्लिनिक संचालकों के खिलाफ प्रशासन का बड़ा अभियान, कई लोग हिरासत में बिहार का 'पुष्पा' निकला संजीव मुखिया, पत्नी को MP और MLA बनाने के लिए किया पेपर लीक Bihar Crime News: भीड़ ने पीट-पीटकर ले ली युवक की जान, एक ग़लतफ़हमी और हो गया बड़ा कांड राज्यसभा के उप सभापति से मिले अजय सिंह, महुली खवासपुर-पीपा पुल के पक्कीकरण की मांग मधुबनी में गरजे मुकेश सहनी, कहा..हक मांगने से नहीं मिलता, छीनना पड़ता है Bihar News: टुनटुन यादव के प्रोग्राम में फायरिंग के बाद एक्शन में आई पुलिस, एक को दबोचा अन्य की तलाश जारी PK ने जमुई में भरी हुंकार, बोले..नीतीश चचा को हटाना है इस बार, भूमि सर्वे और दाखिल खारिज में जमकर हो रहा भ्रष्टाचार Caste Census:जातीय जनगणना पर केंद्र के फैसले का JDU महासचिव ने किया स्वागत, नीतीश कुमार के विजन की बताई जीत Bihar Education News: सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल-प्रधान शिक्षकों का पावर कट, स्कूल के दूसरे शिक्षक को बड़ा अधिकार, ACS एस सिद्धार्थ ने सभी DEO को भेजा पत्र
28-Jul-2024 10:22 PM
By First Bihar
KISHANGANJ: किशनगंज में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिन दस्तावेज के जरिए नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिलने वाले है वह कागजात शिक्षा विभाग के टॉयलेट में रखे बस्टबिन से मिलने के बाद हड़कंप मच गया है। 700 नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट गायब थे और जब उनकी खोजबीन शुरू की गई तो 630 शौचालय के डस्टबिन में मिले जबकि 70 नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट अब भी गायब हैं।
दरअसल, आगामी एक अगस्त से नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए काउंसिलिंग की शुरुआत होने जा रही है। जिसको देखते हुए किशनगंज की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नूपुर कुमार के नोटिस के बाद जब नियोजित शिक्षकों के कागजातों की खोजबीन शुरू हुई तो 700 नियोजित शिक्षकों के दस्तावेज गायब मिले। इसके बाद कार्यक्रम पदाधिकारी के कार्यालय में तैनात कर्मियों के बीच हड़कंप मच गया।
इसके बाद कागजातों की खोजबीन शुरू की गई तो कूड़े और शौचालय में रखे डस्टबिन से 630 नियोजित शिक्षकों के दस्तावेज मिले लेकिन 70 नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट अब भी लापता हैं ऐसे में शिक्षकों में इसको लेकर गहरा आक्रोश देखा जा रहा है। नियोजित शिक्षकों ने शिक्षा विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। शिक्षकों का कहना है कि अगर समय से दस्तावेज नहीं मिले तो उनकी काउंसिलिंग कैसे होगी?