ब्रेकिंग न्यूज़

BrahMos Missile: पाकिस्तान में कोहराम मचाने के बाद दुनिया हुई ब्रह्मोस की मुरीद, चीन के दुश्मन समेत 17 देशों की दिलचस्पी Sensex Nifty: भारत-पाक तनाव में नरमी से शेयर बाजार में उछाल...सेंसेक्स 2000 अंक चढ़ा, 10 सेकंड में निवेशकों की दौलत ₹10.59 लाख करोड़ बढ़ी Cyber Crime: सेक्सटॉर्शन गैंग का इंटरनेशनल नेटवर्क उजागर, झारखंड के उद्योगपति को 16 विदेशी नंबरों से किया गया टॉर्चर Bihar Naxal News: 8 साल बाद धराया पुलिस जीप उड़ाने वाला कुख्यात नक्सली, फ़िल्मी अंदाज में हुई गिरफ्तारी BSF martyr Mohammad Imtiaz: शहीद बीएसएफ सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा, राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी श्रद्धांजलि Bihar News: सड़क दुर्घटना में घायल माँ-बेटे की मदद के लिए मसीहा बनकर सामने आए तेजस्वी यादव, जनता से की यह भावुक अपील DGMO level Talk: भारत-पाकिस्तान DGMO की आज दोपहर 12 बजे बातचीत, एयरफोर्स ने कहा – ऑपरेशन सिंदूर जारी Bihar News: STET एग्जाम लेने की उल्टी गिनती शुरू, इन विषयों में होगी परीक्षा, जानें... Bihar Bhumi Dakhil Kharij: अपार्टमेंट फ्लैटधारकों के लिए काम की खबर....राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने दी बड़ी जानकारी Patna Junction: अब नही लगेगा पटना जंक्शन के पास जाम ,जानिए क्या है नगर निगम का स्मार्ट प्लान?

बिहार के प्रवासियों के लिए अच्छी खबर! हर जिले में खुलेंगे छोटे उद्योग

बिहार के प्रवासियों के लिए अच्छी खबर! हर जिले में खुलेंगे छोटे उद्योग

31-Aug-2020 09:55 AM

By

PATNA : बिहार के हर जिले में छोटे उद्योग खोले जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. अबतक सभी 38 जिलों में 189 छोटे उद्योग चिन्हित हो चुके हैं. इन्हें जिला औद्योगिक नव प्रवर्तन योजना के तहत खोला जा रहा है. इसके लिए सरकार ने सभी जिलों को 50-50 लाख रुपए दिए थे. 


आपको बता दें कि बेगूसराय और कैमूर में तो चार जगह काम शुरू होने का दावा भी उद्योग विभाग ने किया है. इन सभी छोटे उद्योगों में प्रवासी श्रमिकों का समूह बनाकर उन्हें रोजगार दिया जा रहा है. हर एक समूह पर 10 लाख रुपए खर्च किए जाने हैं. 


जिला स्तर पर प्रवासी श्रमिकों या कुशल कारीगरों के समूह बनाए गए हैं जो एक ही सेक्टर से जुड़े हों. कई जगह इस प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इन समूहों का पंजीकरण कराया जा रहा है. हर समूह में कम से कम 10 लोग होंगे. हर समूह पर 10 लाख खर्च किए जाने हैं तो इस लिहाज से हर जिले में पांच समूह बनाए गए हैं. यानि पांच-पांच उद्योग हर जिले में स्थापित हो रहे हैं. वहीं पश्चिम चंपारण में ऐसे उद्योगों की संख्या 6 है.


इन समूहों के लिए सिलाई केंद्र, पेपर ब्लॉक उपकरण, हस्तकरघा बुनाई केंद्र, बढ़ईिगरी केंद्र, मशरूम प्रसंस्करण केंद्र, शहद निर्माण, बेकरी, स्टील फर्नीचर, खेल का सामान, जैकेट और बैग निर्माण, बांस उत्पादों पर आधारित उद्योग, लाउंड्री, लकड़ी का फर्नीचर, रेडीमेड गारमेंट, पेवर ब्लॉक, जरी का कार्य, इम्ब्राइडरी, अचार निर्माण, हैंडीक्रॉफ्ट, बनाना फाइबर, फुटवियर, पीवीसी बोर्ड, अगरबत्ती निर्माण आदि उद्योग खोले जा रहे हैं. जाहिर सी बात है कि इन सभी के शुरू होते ही हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा.