महज 11 साल की उम्र में जीजा से शादी, 12 साल बाद देवर से हो गया प्यार; दिलचस्प है कहानी BIHAR NEWS: सहरसा रेलवे यार्ड में बड़ा हादसा, इंजन सेंटिंग के दौरान दो पॉइंट्समैन घायल Bihar Crime News: बाइक सवार युवक की पीट-पीटकर हत्या, पुरानी रंजिश में वारदात को अंजाम देने की आशंका साइबर फ्रॉड या तकनीकी गड़बड़ी? : किसान के खाते में अचानक आए 10 नील 1 खरब 35 अरब 60 करोड़ 13 लाख 95 हजार रुपये से अधिक राशि Bihar News: बिहार के इन तीन स्टेशनों पर खुलेंगे गति शक्ति कार्गो टर्मिनल, लोगों को मिलेंगे रोजगार के अवसर Bihar News: बिहार के इन तीन स्टेशनों पर खुलेंगे गति शक्ति कार्गो टर्मिनल, लोगों को मिलेंगे रोजगार के अवसर Bihar Teacher News: BPSC TRE 3 के 15528 शिक्षकों को मिली पोस्टिंग, 51389 टीचर्स की होनी है तैनाती Bihar Teacher News: BPSC TRE 3 के 15528 शिक्षकों को मिली पोस्टिंग, 51389 टीचर्स की होनी है तैनाती सहरसा में बेलगाम ट्रक ने बुजुर्ग महिला को रौंदा, घटनास्थल पर ही मौत दूसरे युवक की हालत नाजुक Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव की क्या है पांच बड़ी मांगें...वंचितों के लिए सामाजिक न्याय की नई परिभाषा या महज़ चुनावी चाल?
20-Jul-2021 09:35 AM
By
SAMASTIPUR : बिहार के समस्तीपुर जिले में अतिक्रमण हटाने गए सीओ को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. मौके पर मौजूद सीआई से ग्रामीणों की हाथापाई भी हो गई. ग्रामीणों ने अतिक्रमण की फाइल को भी अधिकारी के हाथ से छीन लिया. मामले की जानकारी मिलते ही जब वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचे तो पांच घंटे बाद सीओ को मुक्त किया गया.
मामला जिले के सैदपुर गांव की महादलित बस्ती बाजार के पास का है. मिली जानकारी के अनुसार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सैदपुर पंचायत के वार्ड संख्या तीन निवासी शंभू दास के मकान पर अतिक्रमण खाली कराने पहुंचे थे. वहीं आक्रोशित लोगों ने बताया कि महादलित शंभू दास को बेघर कर दिया गया है. ग्रामीणों ने कहा कि जब तक महादलितों का घर नहीं बनेगा, तब तक सीओ बंधक बने रहेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 15 वर्षों से जमीन पर विवाद चल रहा है.
पीड़ित सुनील रजक का कहना था कि उन्हें अतिक्रमण हटाने का नोटिस भी नहीं मिला था. सीओ अभय पद दास और थाने के द्वारा घर तोड़ा गया है. वहीं CO अभय पद दास का कहना है कि अतिक्रमण का केस था, जिसमें सदर SDO का आदेश पारित हुआ. प्रभारी अंचल निरीक्षक को मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था. जिला से फोर्स आई. चकमेहशी थाना के सहयोग से उसे हटाने का निर्देश प्राप्त हुआ. उसको हटाने में जिसके द्वारा कंप्लेन किया गया था कि उसकी जमीन के सामने सरकारी जमीन को अतिक्रमित किया गया है. उनके द्वारा उसको हटाया जा रहा था. इसलिए आपस में लोगों का विवाद हो गया. फाइल को हंगामा और मारपीट में कोई छीन कर ले गया. उनके साथ मारपीट नहीं हुई है. लेकिन प्रभारी अंचल निरीक्षक सत्यनारायण पांडे के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट की गई है.