ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: किसान की गोली मारकर हत्या, अपराधियों ने चेहरे पर की ताबड़तोड़ फायरिंग Patna Encounter: कुख्यात अपराधी अंगेश कुमार एनकाउंटर में घायल, पुलिस पर की थी फायरिंग Bihar News: बिहार में अपराधियों की उलटी गिनती शुरू, भूमाफिया और ड्रग तस्करों के साथ 40 की संपत्ति होगी जब्त Bihar News: अवैध वसूली के आरोप में दो पुलिस पदाधिकारी निलंबित, चार कर्मी ड्यूटी से वंचित Muzaffarpur Encounter: पुलिस की पिस्टल छीन भाग रहा था कुख्यात, अब जीवन भर चलने में होगी दिक्कत Shravani Mela 2025: सुल्तानगंज पहुंचना इस श्रावणी मेले में होगा और आसान, रेलवे का बड़ा फैसला Bihar Monsoon: मॉनसून को लेकर करना पड़ेगा और इंतजार? मौसम विभाग ने गर्मी के बीच बढ़ा दी टेंशन Bihar News: बिहार में सदर अस्पताल के ओपीडी में हंगामा, दवा नहीं मिलने पर मरीज के परिजनों ने की तोड़फोड़ Bihar Crime News: बिहार में पुलिस का बड़ा एक्शन, 40 अपराधियों की संपत्ति जब्त करने की तैयारी, लिस्ट में कई सियासी रसूख वाले Bihar Crime News: बिहार में पुलिस का बड़ा एक्शन, 40 अपराधियों की संपत्ति जब्त करने की तैयारी, लिस्ट में कई सियासी रसूख वाले

मंदिर से लौटते समय घंटी बजाने का शास्त्रों में उल्लेखित कारण

हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व है, क्योंकि इसे भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने और जीवन में सुख, समृद्धि व शांति की प्राप्ति का माध्यम माना जाता है। पूजा में शास्त्रों और धर्मिक विधियों का पालन करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

scriptures

02-Feb-2025 07:14 AM

By First Bihar

सनातन धर्म में पूजा-पाठ का अत्यधिक महत्व है, क्योंकि यह भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने का सबसे प्रभावी तरीका माना जाता है। पूजा के दौरान विधि-विधान का पालन करने से मनुष्य की जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है। हालांकि, पूजा के कुछ नियम ऐसे होते हैं, जिनका पालन करके हम अपने जीवन को और भी बेहतर बना सकते हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण नियम यह है कि मंदिर से लौटते समय घंटी नहीं बजानी चाहिए।


क्यों नहीं बजानी चाहिए मंदिर से लौटते समय घंटी?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब हम मंदिर में प्रवेश करते हैं, तो हमारे साथ अच्छे और बुरे विचार भी हमारे भीतर प्रवेश करते हैं। जब हम मंदिर के द्वार पर घंटी बजाते हैं, तो उससे निकलने वाली तरंगें हमारे अंदर की सारी नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देती हैं। साथ ही, जब हम पूजा या दर्शन करते हैं, तो हमारे भाव शुद्ध हो जाते हैं और मंदिर में मौजूद सकारात्मक ऊर्जा हमारे अंदर प्रवेश कर जाती है। लेकिन जब हम मंदिर से लौटते हैं और घंटी बजाते हैं, तो यह हमारी सकारात्मक ऊर्जा को भ्रमित कर सकती है और नष्ट कर देती है। 


इसके अलावा, जब हम मंदिर से बाहर निकलते हैं, हमारा मुंह बाहर की ओर होता है, जिससे मंदिर के बाहर की नकारात्मक ऊर्जा हमारे अंदर प्रवेश कर सकती है। इस कारण से मंदिर से लौटते समय घंटी बजाना वर्जित माना जाता है, ताकि हमारी पूजा का पुण्य और सकारात्मकता नष्ट न हो जाए और बाहर की नकारात्मक ऊर्जा हमारे जीवन में प्रवेश न कर सके।


घंटी का महत्व

मंदिर में घंटी बजाने का एक और महत्वपूर्ण कारण यह है कि घंटी बजाने से भगवान की मूर्तियों की चेतना को जागृत किया जाता है। घंटी के बजने से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और साथ ही, यह शुभता का प्रतीक मानी जाती है। इसे शुभकामनाओं और पूजा की शुरुआत के तौर पर बजाया जाता है, जो मंदिर में प्रवेश से पहले सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने में मदद करती है।


इसलिए, हमें ध्यान रखना चाहिए कि मंदिर में प्रवेश करते समय घंटी बजाना शुभ होता है, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। लेकिन मंदिर से लौटते समय घंटी न बजाने की परंपरा का पालन करके हम अपनी प्राप्त सकारात्मक ऊर्जा को सुरक्षित रख सकते हैं।