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01-Jul-2025 06:16 PM
By FIRST BIHAR
Bihar Politics: हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लघु जल संसाधन मंत्री डॉ. संतोष सुमन ने कहा है कि बिहार के सीमांचल में साम्प्रदायिकता के जरिए वोटों के ध्रुवीकरण के लिए राजद-कांग्रेस ओवैसी को गले लगाने की तैयारी में है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एआईएमआईएम के सर्वेसर्वा असुदुद्दीन ओवैसी ने इसका खुलासा किया है।
संतोष सुमन ने कहा कि तुष्टिकरण के जरिए अल्पसंख्यक वोटों के ध्रुवीकरण के लिए राजद-कांग्रेस राजनीति के किसी भी स्तर तक जा सकते हैं। वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ पटना में आयोजित सम्मेलन में तेजस्वी यादव के प्रलाप का मकसद वक्फ की सम्पत्तियों की सुरक्षा-संरक्षा नहीं, बल्कि तुष्टिकरण ही था।
उन्होंने कहा कि सीमांचल के किशनगंज में सबसे अधिक 67 फीसदी मुसलमान वोटर्स हैं। इसके बाद कटिहार में 38 फीसदी, अररिया में 32 फीसदी, पूर्णिया में 30 फीसदी मुसलमान वोटर्स हैं। साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के जरिए राजद-कांग्रेस की कोशिश इन वोटों को पाने और बहुसंख्यकों को डराने की है।
संतोष सुमन ने कहा कि मुस्लिम लीग से केरल में गठजोड़ कर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस और उसके साथ रहने वाले राजद का मंसूबा सीमांचल को अशांत कर विद्वेष की आग में झोंकना है। इसलिए उसे कट्टरपंथी और भड़काऊ भाषण देकर समाज में साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने वाले ओवैसी का साथ चाहिए। ऐसे मौकापरस्त लोगों से बिहार की जनता को सावधान रहने की जरूरत है।