मौसी की बेटी से एकतरफा प्यार करने वाले सनकी ने बीच सड़क पर मचाया तांडव, विरोध करने पर चलाई बहन के ऊपर गोली हाजीपुर में बोले विजय सिन्हा..जिस दिन तेजस्वी अपने पिता लालू की राह को छोड़ देगा, उसी दिन देश से आतंकवाद का सफाया हो जाएगा Bihar Crime News: अंशु हत्याकांड का खुलासा, दोस्त ही निकला कातिल CISCE ISC ICSE Board Result 2025: 10वीं-12वीं का रिजल्ट कल होगा जारी, इस तरह से करें चेक Mob Lynching: “पाकिस्तान जिंदाबाद” बोलने पर युवक की हत्या, 15 गिरफ्तार घरेलू विवाद ने लिया खौफनाक मोड़: पति ने पत्नी का सिर मुंडवाया, गाली-गलौज और धमकी के बाद FIR दर्ज Bihar News: बिहार के इस जिले में खुदाई के दौरान मिली अष्टधातु की बेशकीमती मूर्ति, दर्शन के लिए जमा हुई लोगों की भीड़ चारधाम यात्रा 2025: पहलगाम हमले के बाद उत्तराखंड में सुरक्षा के कड़े प्रबंध, 6000 पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल की तैनाती राज्य में ‘स्वच्छ बिहार’ पोर्टल लॉन्च, स्वच्छता और पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम Czech Princess's Lost Ring: राजकुमारी की 22 लाख की अंगूठी खोई तो 2 दिन में ढूंढ कर निकाला, ठुकराए इनाम के 5 लाख रुपए
09-Feb-2021 10:51 AM
By
PATNA : संसद में राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान आज प्रधानमंत्री बेहद भावुक हो गए. कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद समेत चार सांसदों को आज सदन में विदाई दी जा रही है. इसी दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने गुलाम नबी आजाद की जमकर तारीफ की. राज्यसभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रो पड़े. दरअसल जम्मू कश्मीर में हुई एक आतंकी घटना का जिक्र करते हुए जब वह सदन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद से मुखातिब हो रहे थे तो एक वाक्ये को लेकर बेहद भावुक हो गए. प्रधानमंत्री काफी देर तक खुद को नियंत्रित करने की कोशिश करते रहे लेकिन उनका गला रूंध गया और आंखों में आंसू आ गए.
दरअसल जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने एक घटना को अंजाम दिया था, जिसमें गुजरात के रहने वाले लोगों को निशाना बनाया गया था. तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और गुलाम नबी आजाद जम्मू कश्मीर के. प्रधानमंत्री मोदी ने इसी वाक्ये का जिक्र किया तो वह भावुक हो गए. पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने एक राज्य के मुख्यमंत्री होने के नाते दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री को फोन किया था.
पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात के यात्रियों पर जब आतंकवादियों ने हमला किया, सबसे पहले गुलाम नबी आजाद जी का उनके पास फोन आया. वो फोन सिर्फ सूचना देने का देने का नहीं था, फोन पर गुलाम नबी आजाद के आंसू रुक नहीं रहे थे. उस वक्त प्रणब मुखर्जी रक्षा मंत्री थे, तो उनसे फौज के हवाई जहाज की व्यवस्था की मांग की. उसी दौरान एयरपोर्ट से ही गुलाम नबी आजाद ने फोन किया, जैसे अपने परिवार के सदस्य की चिंता की जाती है वैसी ही आजाद जी ने उनकी चिंता की.
पीएम मोदी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद दल के साथ देश की भी सोचते हैं, उनकी जगह भरना किसी के लिए भी मुश्किल होगा.जब मैं चुनावी राजनीति में नहीं आया था, तब गुलाम नबी आजाद और मैं लॉबी में बात कर रहे थे. जब हमें बात करते हुए पत्रकारों ने देखा, तो गुलाम नबी आजाद ने पत्रकारों को जवाब दिया कि आप भले ही नेताओं को टीवी पर लड़ते देखते हो, लेकिन यहां परिवार जैसा माहौल रहता है.