मोतिहारी: दर्दनाक सड़क हादसे में दो की मौत, परिजनों में मचा कोहराम प्रशांत किशोर ने लालू के साथ-साथ राहुल गांधी पर बोला बड़ा हमला, कहा..संविधान लेकर घूमने वाले क्या अंबेडकर के अपमान का जवाब देंगे? BIHAR: मिट गया माथे पर लगा कलंक: पॉक्सो एक्ट में बुरी तरह से फंस चुके केशव को मिला नया जीवन दान नीट 2025 में गोल इन्स्टीट्यूट के छात्रों ने लहराया परचम, 5400 से अधिक छात्र सफल, 527 छात्रों का सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की उम्मीद Bihar Crime News: बिहार के पूर्व मंत्री की बहू को परिवार समेत जान से मारने की धमकी, जेठ पर गंभीर आरोप Bihar Crime News: बिहार के पूर्व मंत्री की बहू को परिवार समेत जान से मारने की धमकी, जेठ पर गंभीर आरोप BIHAR: शादी के 3 साल बाद विवाहिता की संदिग्ध मौत, ससुरालवालों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप KATIHAR: डॉक्टर-पुलिस की मिलीभगत से कोर्ट को गुमराह करने का मामला उजागर, 82 वर्षीया महिला को जेल भेजने की धमकी, सोशल एक्टिविस्ट ने किया पर्दाफाश BIHAR CRIME: मोतिहारी एसपी के नाम पर बनाया फेक फेसबुक अकाउंट, साइबर ठगों ने की पैसे की मांग Bihar Politics: ‘बिहार की सत्ता में लालू परिवार की कभी नहीं होगी वापसी’ बाबा साहेब के अपमान पर बोले रोहित कुमार सिंह
03-Jul-2020 11:58 AM
By
DESK : रविवार को साल का तीसरा चंद्रग्रहण लगने वाला है. इस ग्रहण की ख़ास बात यह है कि यह उपछाया चंद्र ग्रहण है और यह गुरु पूर्णिमा के दिन लग रहा है. समय के अनुसार यह चंद्रग्रहण सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा और 11 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा. इस ग्रहण को दक्षिण एशिया के कुछ हिस्से, अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में देखा जा सकता है. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यह ग्रहण धनु राशि में लगने वाला है.
क्या है उपछाया चंद्रग्रहण ?
जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है अर्थात सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में होती है तो चंद्रग्रहण लगता है. लेकिन जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में तो होती है पर ये तीनों एक सीधी लाइन में नहीं होते हैं तो उपछाया चंद्रग्रहण लगता है.
क्या है धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में ग्रहण और ग्रहण काल का बहुत महत्व है. कीड़ी भी ग्रहण के 9 घंटे पहले सुतक काल शुरू हो जाता है. इस दौरान मंदिर में भगवन के पट बंद कर दिए जाते हैं. पर ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देने वाला है इस लिए सुतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. लेकिन ज्योतिष के जानकार की माने तो ग्रहण काल खत्म होने के बाद घर की साफ-सफाई और स्नान-ध्यान जरूर करना चाहिए. ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि राहु और केतू का नकारात्मक प्रभाव चंद्रमा पर रहता है.जिस वजह से व्यक्ति दोषग्रस्त हो जाता है.
इन राशि वालों पर होगा असर
इस ग्रहण का सबसे ज्यादा असर 4 राशि वाले जातकों पर पड़ने वाला है. वो है - मिथुन,कर्क, तुला और धनु राशि.
मिथुन राशि- भले ही यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दे रहा है लेकिन इसका प्रभाव मिथुन राशि वाले जातको पर पड़ेगा. मिथुन राशि वाले जातकों के सातवें भाव में यह ग्रहण पड़ेगा, इसलिए इसका बुरा असर होगा. जीवनसाथी की सेहत खराब हो सकती है और उन्हें बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं व्यापार में पार्टनरशिप पर भी इसका असर पड़ेगा. इस दौरान मानिसक तौर पर निर्बल महसूस करेंगे. खर्चों में बढ़ोतरी होगी.
कर्क राशि-चंद्र ग्रहण का सबसे ज्यादा असर कर्क राशि वाले जातको पर पड़ेगा. ये ग्रहण कर्क राशि के छठे भाव में पड़ेगा. जिससे खर्चों में बढ़ोतरी होगी. वहीं इसका असर आपके निजी रिश्ते पर भी पड़ेगा. ग्रहण से रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं.
तुला राशि- तुला राशि वाले जातकों के तीसरे भाव में ग्रहण लगने जा रहा है. इस दौरान इस राशि वाले जातकों को संभल कर रहना होगा नहीो तो बेवजह की बदनामी हो सकती है.
धनु राशि- धनु राशि वाले जातकों के दांपत्य जीवन पर ग्रह का विशेष प्रभाव पड़ेगा. इसकी वजह यह है कि यह ग्रहण धनु राशि में ही लगने जा रहा है. इसलिए इन्हें अपनी सेहत और दांपत्य जीवन पर ध्यान देने की जरुरत है.