मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Bihar News: गयाजी के सूर्यकुंड तालाब में सैकड़ों मछलियों की मौत, भीषण गर्मी या है कोई और वजह?
25-Aug-2020 03:48 PM
By Ajay Ray
BUXAR : अखिल भारतीय रेल बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा बक्सर रेलवे स्टेशन पर रेलवे निजीकरण के विरोध में एक दिवसीय धरना दिया गया. इस दौरान धरना में शामिल लोगों ने जमकर नारेबाजी की और रेलवे के निजीकरण के विरोध में आवाज बुलंद की. धरना का समर्थन करने पहुंचे बक्सर के कांग्रेस विधायक संजय तिवारी ने भी इस दौरान केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा और सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. संजय तिवारी ने कहा कि अन्य क्षेत्रों में निजीकरण के बाद अब केंद्र सरकार की नजर रेलवे पर पड़ गई है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार रेलवे का निजीकरण करके आम लोगों का हक मार रही है जिसे कभी होने नहीं दिया जाएगा.
इधर कोरोना काल में बिना परमिशन के धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों को रेलवे प्रशासन ने रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन धरना में शामिल लोगों ने प्रशासन की एक नहीं सुनी और भीड़ इकट्ठा कर धरना प्रदर्शन और हो हंगामा करते रहे. इस बाबत रेल डीएसपी अशोक कुमार दास ने बताया कि नियमों का उल्लंघन कर धरना दे रहे लोगों को रोकने का हर संभव प्रयास किया गया लेकिन लोगों ने प्रशासन की एक नहीं सुनी, ऐसे में इनके खिलाफ जो भी कानून सम्मत कार्रवाई होगी वह की जाएगी.
गौरतलब है कि रेलवे निजीकरण के खिलाफ अब धीरे-धीरे लोग न केवल आवाज बुलंद करते नजर आ रहे हैं बल्कि कई संगठनों का भी इनको समर्थन मिल रहा है ऐसे में यह आंदोलन धीरे-धीरे बड़ा रुक तैयार कर रहा है ऐसे में सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण का फैसला आगे क्या रंग लाएगा यह देखना भी काफी दिलचस्प होगा।