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19-Apr-2020 07:46 AM
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PATNA : पटना जिला प्रशासन ने न्यू बाइपास स्थित पॉपुलर हॉस्पिटल में एडमिट होने होने वाले 12 पेशेंट की लिस्ट तैयार की है। वहीं प्रशासन ने कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज की मौत में प्राइवेट हॉस्पिटल की भूमिका की जांच के भी निर्देश दिए हैं। मामले की जांच सिविल सर्जन की टीम करेगी।
पटना जिला प्रशासन ने पॉपुलर हॉस्पिटल के मरीजों की सूची बनाकर इसे संबंधित जिला प्रशासन को भेजा गया है। उनकी जांच के बाद जानकारी मिलेगी कि वैशाली जिले के कोरोना मरीज में संक्रमण कहां से आया। इसी तरह जिला प्रशासन की टीम खुसरूपुर स्थित सेंट्रल अस्पताल में भर्ती मरीज की सूची तैयार कर रही है। दो सप्ताह पहले भर्ती होने वाले मरीजों की सूची तैयार कर जांच कराई जाएगी।
वर्तमान में अस्पताल में भर्ती मरीजों की तैयार सूची के आधार पर कोरोना सेल से मॉनिटरिंग शुरू कर दी गई है। एम्स में मृत वैशाली के कोरोना मरीज का इलाज न्यू बाइपास स्थित पॉपुलर हॉस्पिटल और खुसरूपुर स्थित सेंट्रल अस्पताल में इलाज हुआ था। इसके साथ ही डॉक्टर्स कॉलोनी स्थित मैक्स लाइफ डाइग्नोस्टिक में एमआरआई और बंगाली टोला स्थित सोनू डाइग्नोस्टिक में खून जांच हुई थी। जिला प्रशासन ने चारों सेंटरों को बंद कर दिया है। किसी को आने-जाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
इधर कोरोना वायरस से पॉजिटिव मरीज की मौत में प्राइवेट हॉस्पिटल की भूमिका की जांच का निर्देश जिला प्रशासन ने दिया है। इसकी जांच सिविल सर्जन और उनकी टीम करेगी। देखा जाएगा कि राघोपुर के मरीज में बाइपास स्थित पॉपुलर नर्सिंग होम में कोरोना के लक्षण मिले तो इसकी जानकारी प्रशासन को क्यों नहीं दी गयी। इसके अलावे खुसरूपुर स्थित अस्पताल में जब मरीज भर्ती हुआ तो उसकी क्या-क्या जांच हुई और इस दौरान उसे क्या-क्या बीमारी थी। इसका भी पता लगाया जाएगा। अगर उस अस्पताल में सर्दी, खांसी या फिर बुखार की शिकायत थी तो इसकी सूचना प्रशासन को क्यों नहीं दी गयी।
गौरतलब है कि राघोपुर के मरीज का इलाज 23 से 27 मार्च तक खुसरूपुर स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल में और तीन से सात अप्रैल तक बाइपास स्थित पॉपुलर हास्पिटल में किया गया था। अब तक मरीज के कोरोना पॉजिटिव होने का सोर्स का पता नहीं लग सका है।