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05-Sep-2020 11:46 AM
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Lucknow : बिहार सरकार ने एससी-एसटी परिवार के किसी सदस्य की हत्या होने पर पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का आदेश दिया है। विपक्ष सरकार के इस फैसले को चुनावी दांव बता रहा है। नीतीश के इस फैसले पर चुनाव से पहले बिहार की सियासी गर्माहट और बढ़ गयी है। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस फैसले को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।
बसपा सुप्रीमो ने ताबड़तोड़ कई ट्वीट किये हैं। अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर मायावती ने लिखा, 'बिहार विधानसभा आम चुनाव के पहले वर्तमान सरकार एक बार फिर एससी-एसटी वर्ग के लोगों को अनेकों प्रलोभन-आश्वासन आदि देकर उनके वोट के जुगाड़ में है। जबकि अपने पूरे शासनकाल में इन्होंने इन वर्गों की घोर अनदेखी, उपेक्षा की और कुंभकरण की नींद सोते रहे। जिसके हिसाब-किताब का अब समय।
इसी से जुड़े अपने दूसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा कि, 'अगर बिहार की वर्तमान सरकार को इन वर्गों के हितों की इतनी ही चिन्ता थी तो उनकी सरकार अब तक क्यों सोई रही? जबकि इनको इस मामले में यूपी की बसपा सरकार से बहुत कुछ सीखना चाहिए था। अतः इन वर्गों से अनुरोध है कि वे नीतीश सरकार के बहकावे में कतई न आयें।'