नीतीश सरकार ने अपराधियों पर कसी नकेल, मोतिहारी के कुख्यात राहुल सिंह की 2 करोड़ से अधिक की संपत्ति होगी जब्त कटिहार का चोर गिरोह जमुई में सक्रिय, चकाई पुलिस ने फिल्मी अंदाज़ में एक घंटे में किया 5 लाख की चोरी का खुलासा समस्तीपुर में पुलिस पर हमला, मारपीट की सूचना पर पूर्व मंत्री के घर पहुंची थी टीम, गाड़ी को किया क्षतिग्रस्त 100 करोड़ के फर्जी GST रिफंड घोटाले में CBI की रेड, पटना के तत्कालीन एडिशनल कमिश्नर सहित 30 पर केस दर्ज BIHAR: वज्रपात की चपेट में आने से बेगूसराय में 2 की मौत, परिजनों के बीच मचा कोहराम Bihar Dsp Transfer: बिहार के 19 अनुमंडल में नए SDPO की पोस्टिंग, पूरी सूची देखें.... Bihar Transfer Posting: बिहार प्रशासनिक सेवा के 105 अधिकारियों का तबादला, वेटिंग वाले 59 अफसरों को मिली नई जगह, पूरी लिस्ट देखें.... Patna News: पटना पश्चिम के दानापुर-नौबतपुर-खगौल-बिक्रम के इन 18 माफियाओं की संपत्ति जब्त करने की तैयारी...न्यायालय में भेजा गया प्रस्ताव, पूरी लिस्ट देखें.. गया में श्रीविद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ का आयोजन, 5 हजार सुहासिनी महिलाओं ने किया एक करोड़ बार श्रीललिता सहस्त्रनाम का अर्चन VIP नेता संजीव मिश्रा ने झखारगढ़ में चलाया जनसंवाद अभियान, भ्रष्टाचार के खिलाफ फूंका बिगुल, कहा..दो दशकों से रुके विकास को मिलेगी नई रफ्तार
23-Sep-2024 06:06 PM
By First Bihar
NALANDA: बिहार के डॉक्टरों को कारनामा अक्सर मीडिया में सुर्खियां बटोरती हैं। अब डॉक्टरों का एक नया कारनामा सामने आया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां डॉक्टरों ने नशे में धुत्त युवक को बिना जांच के ही मृत घोषित कर दिया लेकिन हड़कंप तब मच गया जब पोस्टमार्टम हाउस में युवक होश में आया और खुद बताने लगा कि वह जिंदा है।
दरअसल, अस्थावां थाना क्षेत्र के जिरनाई पर का रहने वाला मिथिलेश बिहारशरीफ अस्पताल में दवा लेने के लिए आया था। वह इतने नशे में था कि अस्पताल के शौचालय में जाते ही बेहोश होकर गिर गया। अस्पताल प्रशासन द्वारा घटना की जानकारी दिए जाने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शौचालय का दरवाजा तोड़कर मिथिलेश को बाहर निकाला।
इस दौरान बिना जांच किए ही अस्पताल के डॉक्टरों ने मीडिया में उसके मृत होने की पुष्टि कर दी और उसे पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। पोस्टमार्टम हाउस में स्ट्रैचर पर युवक को मुर्दा समझकर रखा गया था। इसी दौरान उसे होश आया और वह उठकर बैठ गया। मुर्दा लाश को जिंदा देखकर वहा मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। मिथिलेश भी दंग था की वप पोस्टमार्टम हाउस में कैसे पहुंच गया है।
पूरे मामले पर सफाई देते हुए अस्पताल के प्रबंधक कुणाल कुमार ने बताया कि अस्पताल के सफाईकर्मियों ने शौचालय में किसी व्यक्ति का शव होने की जानकारी दी थी। जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया और मौत की पुष्टि होने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था लेकिन अचानक वह जिंदा हो गया। डॉक्टरों की इश बड़ी लापरवाही को जानकर हर कोई हैरान है।