बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात 8 साल बाद सर्किल रेट बढ़ने से अयोध्या में महंगी हुई जमीन: अब बिहार में हो रही यह चर्चा
27-Dec-2024 09:41 AM
By First Bihar
PATNA : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन से राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने दुख जताया है। लालू ने कहा कि मनमोहन का जाना उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है। पूर्व पीएम का स्नेह उन्हें मिलता रहा। लालू ने कहा महमोहन सिंह जैसा नेता विरले ही मिल सकता है,जिनपर कभी कोई आरोप नहीं लगा हो।
इसके आगे लालू ने कहा कि मैं उनके ही मंत्रिमंडल में मंत्री था। मनमोहन सिंह का बहुत बड़ा सहयोग मुझे हमेशा से मिलता रहा। जब कैबिनेट में मैं रेल मंत्री था तब उन्होंने मुझे काफी मदद की थी। उनके निधन की खबर सुनकर मुझे गहरा आघात हुआ है। मेरे मनमोहन सिंह से काफी अच्छे ताल्लुकात रहे थे वह हमारी प्रशंसा हमेशा करते थे।
उनके कार्यकाल में ही रेलवे में यात्री भाड़ा कम किया गया। देश को उन्होंने उन्नत किया। 10 साल तक प्रधानमंत्री रहे इस दौरान देश को विकास के पायदान पर हमेशा आगे रखा। मनमोहन सिंह एक बहुत बड़े अर्थशास्त्री थे। इसको लेकर इनकी ख्याति दुनिया भर में थी। आज देश में जब ऐसे लोगों की जरूरत है तो उनकी कमी मुझे महसूस हो रही है।
इधर, 2004 से 2009 के बीच केंद्र में यूपीए सरकार के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बिहार को विकास कार्यों के लिए 1.44 लाख करोड़ रुपये की राशि और परियोजनाएं दी थीं। लालू कहा कि बाढ़ की विभीषिका के दौरान उनके बुलाने पर मनमोहन सिंह तुरंत बिहार आ गए थे। फिर बाढ़ से निपटने के लिए उन्होंने हजारों करोड़ की आर्थिक सहायता, राहत सामग्री एवं राशि प्रदान की थी।