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02-Apr-2022 07:13 AM
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PATNA : बिहार में जल्द ही राजमार्गों का जाल बीच जायेगा। केंद्र सरकार की ओर से बिहार को बड़ी सौगात मिली है। राज्य में प्रस्तावित 23 राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने लगभग 7000 करोड़ की मंजूरी दी है। इन सड़कों की बजटीय मंजूरी की जानकारी केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने खुद ट्वीट कर दी है। इसके साथ ही अब इन सड़कों के बनने का रास्ता साफ हो गया।
इसके साथ ही सरकार ने मिथिलांचल में प्रस्तावित नेशनल हाइवे की मंजूरी भी दे दी है। धार्मिक गलियारा (कॉरिडोर) के तहत मधुबनी के उमगांव से सहरसा के महिषी तक बनने वाली इस सड़क की बजटीय स्वीकृति मिलने से इसके निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। भारतमाला धार्मिक सम्पर्क योजना के तहत उच्चैठ भगवती स्थान से महिषी तारास्थान को जोड़ने की घोषणा प्रधानमंत्री ने बिहार के लिए घोषित विशेष पैकेज में की थी।
उस घोषणा के तहत मधुबनी के उमगांव से बासोपट्टी बेनीपट्टी-रहिका-मधुबनी-रामपट्टी अवाम-लऊफा-भेजा-सुपौल-महिषी सहरसा के बीच 160 किमी एनएच बनाने का प्रस्ताव था। पथ निर्माण विभाग ने इसमें संशोधन करते हुए अवाम से मधेपुर-गंडौल को जोड़ते हुए 171 किलोमीटर एनएच बनाने का प्रस्ताव दिया जो संशोधित होकर 180 किमी हो गया। इसी एनएच में 20 किलोमीटर मिसिंग लिंक को जोड़ने के लिए कोसी नदी पर भेजा बकौर के बीच एक 10 किमी से अधिक लंबा पुल बनाया जा रहा है जो देश की नदियों पर बनने वाला सबसे लंबा पुल है।
इस योजना के तहत एनएच 227एल के उमगांव जंक्शन के पास मधुबनी में हटवारिया से कलुआही तक, एनएच-227जे में सहरघाट से रहिका मधुबनी तक, एनएच-527ए के रहिका से रामपट्टी मधुबनी बाईपास तक और एनएच-527ए के बिदेश्वरस्थान से भेजा तक सड़कों पर 1473.20 करोड़ खर्च होंगे।