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30-Jun-2020 05:31 PM
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DESK : कोरोना की वजह से देश लॉकडाउन में था. इस दौरान घर में मोबाइल, लैपटाप और टेलीविजन का हमने जम कर इस्तेमाल किया. पर क्या आप जानते है की इनसे निकलने वाली ब्लू लाइट आंखों को नुकसान तो पहुंचाती ही है, इसका बहुत बुरा असर हमारे स्किन पर भी होता है.
ब्लू लाइट क्या होती है ?
ब्लू लाइट छोटी-छोटी तरंगों में निकलने वाली हाई एनर्जी लाइट होती है. यह ट्यूब लाइट, मोबाइल फोन, टेलीविजन, बल्ब, डिजिटल डिवाइस में होती हैं, जो हमारे आसपास हमेशा होती हैं. इस लाइट के संपर्क में देर तक रहने से आपको सिरदर्द, आंखों में खिंचाव, थकान महसूस होने लगता है. जब आप लैपटॉप और फोन के सामने बहुत समय बिताते हैं तो नीली लाइट की वजह से फोटो-एजिंग, त्वचा में सूजन, हाइपरपिग्मेंटेशन और चेहरे पर झुर्रियां भी हो सकती है. यदि इन समस्याओं से बचना चाहते हैं तो कुछ बातो को ध्यान में रखना चाहिए.
ब्लू लाइट फिल्टर वाले चश्में यूज़ करें
अगर आप ज्यादा समय तक लैपटॉप या मोबाइल पर काम करते हैं तो बिना देर किए ब्लू लाइट फिल्टर वाले चश्में का प्रयोग करें. इन चश्मों में खास लेंस लगे होते हैं, जो ब्लू लाइट को फिल्टर करते हैं, इससे आपकी आंखों तक ये रौशनी सीधी नहीं पहुंच पाती है. इसको लगाकर आप कितनी भी देर तक काम कर सकते हैं.
देर तक लैपटॉप या मोबाइल को ना करें यूज़
जब हम लैपटॉप या कंप्यूटर पर काम करते हैं, तो उस वक्त सामान्य से कम पलकें झपकाते हैं. इससे आंखों में ड्राइनेस की समस्या हो जाती है. इसलिए बेहतर है कि थोड़ी-थोड़ी देर में आंखों को झपकाते रहें. इसके अलावा हर 20 मिनट के बाद 20 सेकेंड के लिए अपने आंखों को आराम दें.
डिवाइस में नाइट मोड ऑन करें
मोबाइल फोन या दूसरे उपकरण चलाते समय नाइट मोड को ऑन कर दें. यदि आप रात में अपने फोन का उपयोग करते हैं तो अपने फ़ोन की स्क्रीन को नाइट मोड पर रखें , क्योंकि इनमें से निकलने वाली लाइट्स सीधे आंखों पर पड़ती हैं जो नुकसान पहुंचाती हैं. नाईट मोड ऑन कर देने से ब्लू लाइट येलो हो जाती है, जिसके कारण आंखों पर कम प्रभाव पड़ता है.
एंटीऑक्सिडेंट युक्त डाइट लें
एंटीऑक्सिडेंट ब्लू लाइट को प्रभावी ढंग से रोक सकता है. ऐसे में आपको उन खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए, जिनमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्र में हो.