ब्रेकिंग न्यूज़

मोतिहारी: दर्दनाक सड़क हादसे में दो की मौत, परिजनों में मचा कोहराम प्रशांत किशोर ने लालू के साथ-साथ राहुल गांधी पर बोला बड़ा हमला, कहा..संविधान लेकर घूमने वाले क्या अंबेडकर के अपमान का जवाब देंगे? BIHAR: मिट गया माथे पर लगा कलंक: पॉक्सो एक्ट में बुरी तरह से फंस चुके केशव को मिला नया जीवन दान नीट 2025 में गोल इन्स्टीट्यूट के छात्रों ने लहराया परचम, 5400 से अधिक छात्र सफल, 527 छात्रों का सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की उम्मीद Bihar Crime News: बिहार के पूर्व मंत्री की बहू को परिवार समेत जान से मारने की धमकी, जेठ पर गंभीर आरोप Bihar Crime News: बिहार के पूर्व मंत्री की बहू को परिवार समेत जान से मारने की धमकी, जेठ पर गंभीर आरोप BIHAR: शादी के 3 साल बाद विवाहिता की संदिग्ध मौत, ससुरालवालों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप KATIHAR: डॉक्टर-पुलिस की मिलीभगत से कोर्ट को गुमराह करने का मामला उजागर, 82 वर्षीया महिला को जेल भेजने की धमकी, सोशल एक्टिविस्ट ने किया पर्दाफाश BIHAR CRIME: मोतिहारी एसपी के नाम पर बनाया फेक फेसबुक अकाउंट, साइबर ठगों ने की पैसे की मांग Bihar Politics: ‘बिहार की सत्ता में लालू परिवार की कभी नहीं होगी वापसी’ बाबा साहेब के अपमान पर बोले रोहित कुमार सिंह

दिवाली में लक्ष्मी पूजन का समय कब से कब तक ? जानिए मुहूर्त

दिवाली में लक्ष्मी पूजन का समय कब से कब तक ? जानिए मुहूर्त

21-Oct-2022 02:28 PM

By

DESK : इस साल दिवाली 24 अक्टूबर को है। दिवाली में सबसे ज्यादा असमंजस पूजा करने के मुहूर्त को लेकर रहता है कि आखिर लक्ष्मी-गणेश की पूजा कब करें, लेकिन हम आपको बताते हैं कि पूजा करने का शुभ मुहूर्त क्या है। कार्तिक अमावस्या दिवाली के दिन प्रदोष काल की शुरुआत शाम में 5 बजकर 43 मिनट से होगी। इस समय शाम 7 बजकर 30 मिनट तक चर चौघड़िया रहेगा। उसके बाद रोग चौघड़िया लग जाएगा। शाम में 6 बजकर 53 मिनट तक मेष लग्न है। ऐसे में स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए स्थिर लग्न में शाम 6 बजकर 53 मिनट से 7 बजकर 30 मिनट से पहले गृहस्थ जनों को देवी लक्ष्मी की पूजा कर लेनी चाहिए।




आपको बता दें, बुध-गुरु की नजर में होने के कारण तमाम दोषों को खत्म करने वाला कुंभ दोपहर 03.41 बजे तक और 05.06 बजे तक मीन लग्न रहेगा। चूंकि मीन लग्न शुक्र की उच्च राशि है, इस लग्न में दीपावली-महालक्ष्मी की पूजा करने वाले यजमान भी मालामाल होते हैं. मीन लग्न में उतार-चढ़ाव का व्यवसाय करने वालों, को पूजा करनी चाहिए चाहे वे फाइनेंसर हों या बैंक कर्मी हों। 




धनु लग्न- कुछ व्यापारी अपने उद्योग धंधे, व्यवसाय, दुकानदारी, प्रतिष्ठान आदि में लक्ष्मीपूजन के लिए धनु लग्न को श्रेष्ठ मानते है। क्योंकि लग्न का स्वामी ग्रह गुरू है। शुभ ग्रह होने से गुरू सबकी सफलता में सहायक रहता है। धनु लग्न- प्रात: 10:47 से देपहर 12:52 तक। मकर लग्न- दोपहर 12:53 से दोपहर 2:35 तक मकर लग्न में लग्नेश शनि तथा अभिजीत मुहूर्त की उपस्थिति कार्यसिद्धी में मदद करेगी।