Bihar Politics: महात्मा गांधी की प्रतिमा से छेड़छाड़ का मामला गरमाया, तेज प्रताप ने किया शुद्धिकरण Bihar Politics: महात्मा गांधी की प्रतिमा से छेड़छाड़ का मामला गरमाया, तेज प्रताप ने किया शुद्धिकरण bank robbery : SBI में दिनदहाड़े हो गई 20 किलो सोने और करोड़ों की कैश की लूट, पैदल ही फरार हो गए बदमाश Dhanashree Verma: धनश्री वर्मा ने युजवेंद्र चहल पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- ‘डरते हैं कहीं मैं मुंह ना खोल दूं’ पटना में BJP का पोस्टर वॉर: पीएम मोदी की मां को बताया दुर्गा, राहुल-तेजस्वी समेत पूरे विपक्ष को दिखाया महिषासुर पटना में BJP का पोस्टर वॉर: पीएम मोदी की मां को बताया दुर्गा, राहुल-तेजस्वी समेत पूरे विपक्ष को दिखाया महिषासुर PM MODI : 'किसी के परमाणु धमकी से नहीं डरता भारत...', जन्मदिन पर बोले पीएम मोदी... जरूरत पड़ने पर होगी सीधी कार्रवाई Credit Card Fraud: स्कैमर्स का निशाना बन सकता है आपका क्रेडिट कार्ड, भूल कर भी न करें ये गलतियां Bihar Crime News: थाने के लॉकअप से चकमा देकर फरार हो गए तीन अपराधी, मुंह देखती रह गई बिहार पुलिस PMO : प्रधानमंत्री कार्यालय जल्द शिफ्ट होगा: नए एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव में PMO, कैबिनेट सचिवालय और NSA सचिवालय भी होगा ट्रांसफ़र
02-Nov-2021 08:52 AM
By
PATNA : आज धनतेरस के साथ ही दिवाली की शुरुआत हो गई है. हर साल कार्तिक महीने में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी पर धनतेरस मनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. इस दिन विधि-विधान से भगवान गणेश, माता लक्ष्मी, कुबरे जी और भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना की जाती है.
भगवान धन्वंतरि को आरोग्य का देवता भी कहा जाता है. धनतेरस के दिन खरीदारी करने का भी बहुत अधिक महत्व होता है. इस दिन सोना-चांदी, बर्तन, गाड़ी, इत्यादि चीजों की खरीदारी की जाती है. लेकिन धनतेरस पर कुछ खास बातों का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी होता है. आइए जानते हैं धनतेरस के दिन कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए.
घर में न कूड़ा-कबाड़ : दिवाली से पहले लोग घर के कोने-कोने की सफाई करते हैं, लेकिन अगर आपके घर में धनतेरस के दिन तक कूड़ा-कबाड़ या खराब सामान पड़ा हुआ है तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का विस्तार होगा. इसलिए आज ही घर से खराब या टूटा-फूटा सामान बाहर निकाल फेंके.
मुख्य द्वार पर गंदगी : घर के मुख्य द्वार या मुख्य कक्ष के सामने तो बेकार वस्तुएं बिल्कुल भी ना रखें. मुख्य द्वार को नए अवसरों से जोड़कर देखा जाता है. माना जाता है कि घर के मुख्य द्वार के जरिए घर में लक्ष्मी का आगमन होता है इसलिए ये स्थान हमेशा साफ-सुथरा रहना चाहिए. घर के मुख्य द्वार पर भी आज ही साफ-सफाई की व्यवस्था कर लें.
सिर्फ कुबेर की पूजा ना करें : अगर आप धनतेरस पर सिर्फ कुबेर की पूजा करने वाले हैं तो ये भी एक बड़ी गलती हो सकती है. इस दिन कुबेर के साथ मां लक्ष्मी और भगवान धनवंतरी की भी उपासना का विधान होता है. इसलिए मां कुबेर के साथ मां लक्ष्मी और धनवंतरी की भी मूर्ति की व्यवस्था कर लें.
खरीदारी में न बिताएं पूरा दिन : ज्यादातर लोगों मानते हैं कि धनतेरस के दिन सिर्फ वस्तुएं खरीदने की ही प्रथा होती है. मुहूर्त के हिसाब से खरीदारी करें तो बेहतर होगा. जबकि इस दिन खरीदारी के अलावा दीपक भी जलाए जाते हैं. इस दिन धनिया, झाड़ू, कलश, बर्तन और सोने-चांदी की चीजें खरीदना शुभ होता है. घर प्रवेश द्वार पर दीपक जरूर जलाएं इससे परिवार की लौ हमेशा बनी रहती है.
दिन के समय न सोएं : धनतेरस के दिन दोपहर या शाम के समय सोने से बचना चाहिए. ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती है. आज चाहें तो दोपहर में थोड़ा सा आराम कर सकते हैं. इस दिन संभव हो सके तो रात्रि जागरण करें.
घर में न करें कलह : धनतेरस के दिन घर में बिल्कुल कलह ना करें. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो घर की स्त्रियों का सम्मान करें. आज के दिन लड़ाई-झगड़े से दूर ही रहें.
किसी को उधार न दें : धनतेरस के दिन किसी को भी उधार देने से बचें. इस दिन अपने घर से लक्ष्मी का प्रवाह बाहर ना होने दें. कर्ज या उधार से जुड़ा लेन-देन दिवाली के बाद ही करें तो बेहतर होगा.
लोहा ना खरीदें : धनतेरस के दिन लोहे का कोई भी सामान न खरीदें. इस दिन लोहा खरीदना शुभ नहीं माना जाता है. माना जाता है कि इस दिन लोहा खरीदने से घर में दरिद्रता आती है.
नकली मूर्तियों की पूजा ना करें : इस दिन नकली मूर्तियों की पूजा ना करें. सोने, चांदी या मिट्टी की बनी हुई मां लक्ष्मी की मूर्ति की पूजा करें. स्वास्तिक और ऊं जैसे प्रतीकों को कुमकुम, हल्दी या किसी शुभ चीज से बनाएं. नकली प्रतीकों को घर में ना लाएं.
धनतेरस पर इन शुभ मुहूर्तों में करें खरीदारी :
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 26 मिनट तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 01 बजकर 55 मिनट से 02 बजकर 39 मिनट तक
निशीथ काल- मध्यरात्रि 11 बजकर 39 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक
गोधूलि बेला- शाम 05 बजकर 24 मिनट से 05 बजकर 48 मिनट तक
अमृत काल- अगले दिन सुबह 04 बजकर 25 मिनट से 05 बजकर 54 मिनट तक
त्रिपुष्कर योग- सुबह 06 बजकर 34 मिनट से 11 बजकर 31 मिनट तक