Bihar corruption news : लाखों का रिश्वत लेते हुए धराया कार्यपालक अभियंता योजना एवं विकास विभाग का अधिकारी, मचा हडकंप Bihar Assembly Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव में होगा इस स्पेशल EVM का इस्तेमाल, जानिए क्या है खासियत BIHAR POLICE : सर्विस रिवॉल्वर से गोली चलाना DSP को पड़ा महंगा, अब जाना होगा जेल; DGP को मिला आदेश Bihar Bhumi: अब नहीं लगाना होगा ब्लॉक या रेवन्यू ऑफिस का चक्कर, घर बैठे 72 घंटे में उपलब्ध होगा गांव व वार्ड का राजस्व नक्शा; जानिए तरीका Bihar Police Encounter: बिहार के इस जिले में सुबह-सुबह कुख्यात अपराधियों का पुलिस ने किया एनकाउंटर,पैर में लगी गोली Bihar weather : बिहार के इन 15 जिलों में वज्रपात और मेघगर्जन की चेतावनी, IMD ने जारी किया अलर्ट; जानिए आपके जिले का हाल शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान
04-May-2021 11:23 AM
By
DESK : पत्नी और 4 साल की बेटी के कोरोना संक्रमित हो जाने के बाद देखरेख करने के लिए छुट्टी नहीं मिलने पर सीओ ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया. बताया जा रहा है कि सीओ के डीएसपी रैंक के अधिकारी के द्वारा छुट्टी ना दिए जाने पर इस्तीफे देने के बाद महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं दूसरी ओर एसएसपी ने सीओ के इस्तीफे को उच्चाधिकारियों को भेज दिया है.
मामला उत्तर प्रदेश के झांसी का बताया जा रहा है जहां सीओ सदर मनीष सोनकर को जब कोरोना संक्रमित पत्नी और 4 साल की बेटी की देखरेख के लिए छुट्टी नहीं दी गई तो उन्होंने इस्तीफा दे दिया. अब सोशल मीडिया पर सीओ का इस्तीफा पत्र काफी तेजी से वायरल हो रहा है.
सोशल मीडिया पर वायरल मनीष सोनकर के पत्र में आरोप लगाया गया किपत्नी के कोरोना संक्रमित होने के बाद उनकी 4 साल की बेटी की देखरेख के लिए घर में कोई दूसरा नहीं था. 1 दिन पहले आए सरकारी फॉलोवर के सहारे बेटी और पत्नी को छोड़ना उचित नहीं समझा जिसके लिए उन्होंने एसएसपी से 1 मई को ही 6 दिन की छुट्टी मांगी थी, इसके बावजूद 2,3 मई की ड्यूटी बड़ागांव मतगणना केंद्र पर लगा दी गई. 2 मई को जब छुट्टी मांगी तो एसएसपी ने फॉलोअर के सहारे पत्नी और 4 साल की बेटी को छोड़कर ड्यूटी पर आने को कहा तो उन्होंने इस्तीफा भेज दिया.
इस मामले पर जब छुट्टी नहीं देने वाले एसएसपी झांसी रोहन पी कानय से सवाल किया गया तो उन्होंने अलग ही मामला बताया. एसएसपी झांसी की मानें तो मनीष सोनकर अधिकारिक तौर पर घर में एक फॉलोवर रख सकते हैं, जबकि वह 2 फॉलोवर रखे थे. दूसरे फॉलोवर का भुगतान सरकारी खजाने से करवा रहे थे, जिस पर उनके द्वारा आपत्ति की गई और सरकारी खजाने से भुगतान को रोक दिया गया था. जिसके बाद मनीष सोनकर ने दूसरा फॉलोवर भेजने की पेशकश की. 1 फॉलोवर को चोरी करने का आरोप लगाकर हटा दिया और दूसरे भेजे गए फॉलोवर को गंदगी फैलाने की शिकायत कर हटा दिया गया. इस तरह के उनके लिए हो रहे भुगतान पर रोक के बाद से ही मनीष सोनकर ड्यूटी में हीला हवाली कर रहे थे.
2 मई को पंचायत चुनाव की मतगणना वाले दिन जब डीएम और एसएसपी झांसी मौके पर पहुंचे तो मनीष सोनकर मौके पर मौजूद नहीं थे. फोर्स भी इधर-उधर थी, जिसको देखने के बाद जब एसएसपी ने मनीष सोनकर से ड्यूटी पर आने के लिए कहा तो उन्होंने अपने हाथ से लिखे इस्तीफे की फोटो एसएसपी को वॉट्सऐप कर दी. जिसको उच्चाधिकारियों को भेज दिया गया है. वहीं, एसएसपी रोहन पी कानय का कहना है कि ऑफिस आने पर मनीष सोनकर की 6 दिन की छुट्टी को भी स्वीकृत कर दिया गया है.