KKRvsCSK: MS Dhoni ने बना दिया ऐसा महारिकॉर्ड, जिसे अब कोई नहीं तोड़ सकता, बने ऐसा करने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज Morning routine for stress free life: सुबह की ये 8 आदतें बदल देंगी आपकी ज़िंदगी, बढ़ेगा फोकस और मिलेगी सफलता Mock Drill: बिहार के 6 जिलों में सफल रहा मॉक ड्रिल, समीक्षा के बाद अब है इन जिलों की बारी Tej Pratap Yadav : तेज प्रताप यादव ने जताई देशसेवा की तत्परता...पायलट की ट्रेनिंग देश के नाम, जरूरत पड़ी तो दूंगा जान! Ajit Doval: भारत के बदले के बाद कांपने लगा पाकिस्तान, अजित डोवाल को फोन लगाकर इस शख्स ने मांगी रहम की भीख? Bihar weather update: बिहार में मौसम का बदला मिजाज...अगले 3 घंटे में 6 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, 10 से 16 मई तक हीट वेव का कहर IPL 2025: लीग से बाहर हुआ RCB का यह चैंपियन खिलाड़ी, प्लेऑफ्स से ठीक पहले मुश्किल में पड़ी टीम SAHARSA: 50 हजार का इनामी कुख्यात अपराधी प्रिंस गिरफ्तार, STF और जिला पुलिस की बड़ी कार्रवाई बेगूसराय में अपराधी बेलगाम: घर में घुसकर 2 साल की बच्ची की गोली मारकर हत्या ऑपरेशन सिंदूर पर बोले प्रशांत किशोर, कहा..भारतीय सेना को मेरा सलाम..विशेषज्ञों को अपना काम करने दीजिए
16-Nov-2023 03:15 PM
By First Bihar
PATNA : बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित 1 लाख 20 शिक्षकों की पोस्टिंग शुरू हो गई है। रैंडमाइजेशन के आधार पर अभी तक 16 जिलों में अध्यापकों का पदस्थापन कर दिया गया है। शिक्षा विभाग ने स्कूलों का आवंटन भी कर दिया है। माना जा रहा है कि छठ से पहले सभी शिक्षकों की पोस्टिंग कर दी जाएगी। इसी कड़ी में अब इन नए बहाल टीचरों को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि- बिहार में टीचरों की पोस्टिंग में बड़े पैमाने पर धांधली हो रही है।
दरअसल, जीतन राम मांझी इन दिनों बिहार सरकार पर काफी हमलावर नजर आ रहे हैं। मांझी लगातार नीतीश - तेजस्वी के खिलाफ सवाल कर रहे हैं। ऐसे में अब उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि- शिक्षक नियुक्ति में तो धांधली कर ली अब पोस्टिंग में भी घोटाला शुरू हो गया है।“मोटा माल” लेकर बाहर राज्यों के शिक्षकों की पदास्थापना शहरों में कर बिहारी शिक्षको को गांवो मे भेजा जा रहा है। पैसे में बहुत शक्ति होती है भाई। पता नहीं सरकार में शामिल चाचा-भतीजा अनाज खातें हैं या नोट।
मालुम हो कि, लोक सेवा आयोग के तरफ से बहाल हुए टीचरों को 20 नवंबर से योगदान देने को कहा गया है। लिहाजा कई जिलों में विद्यालय आवंटन करते हुए हैं। लेकिन, इस दौरान जो समस्या सबसे अधिक देखने को मिली है वो ये है कि इस परीक्षा में सफल हुए दूसरे राज्यों के टीचर को शहरों के स्कूल में पोस्टिंग न देकर ग्रामीण इलाकों में पोस्टिंग दी जा रही है। ऐसे में अब इसको लेकर सवाल उठाना शुरू हो गया है।
आपको बताते चलें कि, बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद स्कूल आवंटन भी कर दिया गया है। रेंडमाइजेशन से हुए स्कूल आवंटन में कई खामियां उजागर हो रही हैं। कुछ स्कूलों में जहां शिक्षकों की संख्या बच्चों के अनुपात दोगुनी से भी ज्यादा कर दी गई है तो वहीं कुछ स्कूलों में डिमांड के बाद भी एक भी शिक्षक नहीं भेजे गए। जबकि वहां वर्ग कक्षों की संख्या काफी अधिक है और शिक्षकों की कमी के कारण दो-दो वर्ग के बच्चों को एक वर्ग में बैठाकर पढ़ाया जा रहा है।