अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त Bihar News: 351 फीट का अनोखा कांवर लेकर मुजफ्फरपुर पहुंचे शिवभक्त, बाबा गरीबनाथ धाम में करेंगे जलाभिषेक दिल्ली में स्वामी करपात्री जी की जयंती पर भव्य समारोह, केंद्रीय मंत्री, सांसद और पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई हुए शामिल दिल्ली में स्वामी करपात्री जी की जयंती पर भव्य समारोह, केंद्रीय मंत्री, सांसद और पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई हुए शामिल कंकड़बाग में युवक पर चाकू से हमला, आपसी रंजिश का मामला; तीन आरोपी गिरफ्तार समाजसेवी अजय सिंह ने बाढ़ प्रभावित जवैनिया गांव का किया दौरा, राहत सामग्री का किया वितरण
26-Dec-2024 11:59 AM
By HARERAM DAS
BEGUSARAI: बेगूसराय पहुंचे गिरिराज सिंह(Giriraj Singh) ने एक बार फिर से विरोधियों को अपने निशाने पर लिया है। केंद्रीय मंत्री ने विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में अब भी औरंगजेब (Aurangzeb) की कुछ औलादें बची हुई हैं, जो भारत को गजवा-ए-हिन्द(Ghazwa-e-Hind) बनाना चाहते हैं लेकिन उनकी मंशा कभी पूरी नहीं होगी।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर बीजेपी 26 दिसंबर को पूरे देश में वीर बाल दिवस के रूप में मना रही है। आज का दिन सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह के दो बेटों को समर्पित है। बेगूसराय पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह इस मौके पर गुरुद्वारा पहुंचे थे, जहां उन्होंने देश के दुश्मनों को आड़े हाथों लिया और जोरदार हमला बोला।
गिरिराज सिंह ने कहा कि देश के तमाम लोगों से कहूंगा कि गुरु गोविंद सिंह के दोनों लड़के का बलिदान बेकार न जाए क्योंकि आज भी औरंगजेब की औलाद कुछ बच गए हैं, जो भारत को गजवा ए हिंद करना चाहते हैं। इसलिए जोरावर सिंह फतेह सिंह से प्रेरणा लेकर के हम राष्ट्र की रक्षा और धर्म की रक्षा करेंगे।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि अभी भी भारत में औरंगजेब के कुछ ऐसी औलाद बचे हुए हैं जो सनातन एवं सनातनियों का विरोध कर रहे हैं। ऐसे लोगों को पर अंकुश लगाने के लिए वीर बहादुर सिंह एवं फतेह बहादुर सिंह की तरह समर्पित होना पड़ेगा। गुरु गोबिंद सिंह के दो पुत्र जोरावर सिंह और फतेह सिंह ने राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा के लिए अपना तन-मन न्योछावर कर दिया था।