Bihar News: थाने का ड्राइवर ही निकला गांजा तस्कर, SP की नजरों में आने के बाद हुआ खुलासा Bihar News: बिहार के CRPF जवान की आत्महत्या से हड़कंप, बैरक में सर्विस रायफल से समाप्त की जीवन लीला PSL 2025 Broadcast Suspended: पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ा फैसला, अब भारत में नहीं दिखेंगे पाक में होने वाले मैच Pahalgam Terrorist Attack: आतंकी हमले में मारे गये IB अफसर मनीष रंजन के परिजनों से मिली पवन सिंह की पत्नी, बोलीं..कायराना हरकत करने वालों को दें मुंहतोड़ जवाब Bihar News: बिहार के एक SDO को नहीं मिली राहत, DM की रिपोर्ट पर मिली थी सजा Cricket News: “युवराज उसे क्रिस गेल बना देगा”, अर्जुन तेंदुलकर पर योगराज सिंह का बड़ा बयान, फैंस बोले “चाचा, वो गेंदबाज है” Bihar News: पुलिस के खिलाफ DM का बड़ा एक्शन, 39 थानेदारों की सैलरी रोकी; जानिए.. क्या है वजह? Bihar News: पुलिस के खिलाफ DM का बड़ा एक्शन, 39 थानेदारों की सैलरी रोकी; जानिए.. क्या है वजह? पहलगाम हमले के आतंकवादियों पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी, कहा..ये कुत्ते कमीने नाम और मजहब पूछकर निर्दोष लोगों को मार रहे थे Pahalgam Terror Attack: भारत में रिलीज नहीं होगी पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की फिल्म, पहलगाम हमले के बाद बड़ा फैसला
19-Mar-2025 01:02 PM
By First Bihar
Bollywood News : एक समय था जब अभिनेता राकेश रोशन के बालों को देख हर कोई सोचता था कि काश मेरे बाल भी ऐसे सुन्दर व घने होते. फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि राकेश ने 1987 में अपने बालों की कुर्बानी दे दी और फिर हमेशा के लिए गंजे होकर रहने का फैसला कर लिया, आज हम आपको यही राज की बात बतलाने जा रहे हैं. जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं.
दरअसल, बात तब की है जब राकेश रोशन को लगा था कि अब बतौर निर्माता-निर्देशक उनका बॉलीवुड में टिक पाना बहुत ही मुश्किल है. अगर उनकी एक और फिल्म नहीं चलती है तो वो फिर कभी वापसी नहीं कर पाएंगे और हमेशा हमेशा के लिए गुमनामी के अँधेरे में खो जाएंगे, साल था 1987 और फिल्म का नाम था “खुदगर्ज” जिसमें शत्रुघ्न सिन्हा, जितेन्द्र, गोविंदा जैसे कई कलाकार शामिल थे.
राकेश इस फिल्म के प्रदर्शन को लेकर इतने डरे हुए थे कि उन्होंने एक मन्नत मांगी. अगर यह फिल्म अच्छा करती है तो वह हमेशा के लिए अपने बालों की बलि दे देंगे, फिल्म चल पड़ी और अब वक्त था राकेश रोशन के अपने वादे पर खड़े उतरने का. कुछ समय के लिए तो उन्होंने सोचा कि रहने देते हैं, क्या ही हो जाएगा. मगर एक बेचैनी ने उन्हें घेर लिया था और वे सो तक नहीं पा रहे थे.
जिसके बाद उन्होंने निर्णय लिया कि वे अपनी बात पर खड़े उतरेंगे, अगले दिन उन्होंने नाई को बुलाया और एक घंटे तक उसे असमंजस में निहारते रहे. जिसके बाद फिर अंततः उन्होंने अपने बालों की कुर्बानी दे ही दी. एक तब का समय था और एक आज का समय है. फिर कभी राकेश रोशन को बालों के साथ नहीं देखा गया.