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18-Sep-2025 09:53 AM
By First Bihar
BIHAR ELECTION : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर इस बार निर्वाचन आयोग ने कई नई पहलें की हैं, ताकि मतदाताओं को अधिक सुविधा और पारदर्शी माहौल मिल सके। आयोग की सबसे बड़ी पहल मोबाइल फोन से जुड़ी है। पहली बार मतदाता मतदान केंद्र तक मोबाइल फोन लेकर आ सकेंगे। हालांकि, बूथ के अंदर मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके लिए आयोग ने एक लाख लेमिनेटेड जूट पॉकेट खरीदने का निर्णय लिया है। इन पॉकेट्स में मतदाताओं के मोबाइल सुरक्षित रखे जाएंगे और बूथ से 100 मीटर दूर यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
निर्वाचन विभाग का कहना है कि मतदान के दिन हर बूथ के बाहर मोबाइल रखने की सुविधा उपलब्ध होगी। मतदाताओं को बूथ से निर्धारित दूरी पर ही मोबाइल रखना होगा। इस व्यवस्था का उद्देश्य यह है कि वोट डालते समय मोबाइल के कारण कोई असुविधा न हो और मतदान प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष व सुरक्षित बनी रहे।
मोबाइल फोन की सुविधा के साथ-साथ आयोग ने इस बार हर मतदाता को नया इपिक (EPIC) कार्ड उपलब्ध कराने की भी तैयारी की है। इसके तहत राज्य के सभी मतदाताओं के लिए करीब साढ़े सात करोड़ नए कार्ड बनाए जाएंगे। अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होने के बाद यह कार्ड जिलाधिकारियों को भेजे जाएंगे और फिर वहां से मतदाताओं तक पहुंचाए जाएंगे।
चुनाव को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए निर्वाचन विभाग केवल मोबाइल पॉकेट और इपिक कार्ड तक सीमित नहीं है। बड़ी मात्रा में अन्य चुनावी सामग्री भी खरीदी और तैयार की जा रही है। प्रत्याशियों के लिए 4000 हैंडबुक और निर्वाचन व्यय पुस्तिका, पीठासीन पदाधिकारियों के लिए एक लाख हैंडबुक, मतदाता पंजी के एक लाख प्रतियां और मतदाता मार्गदर्शिका की करीब 1 करोड़ 40 लाख कॉपियां छपवाई जा रही हैं। इन सभी सामग्रियों का उद्देश्य मतदाताओं और चुनावी प्रक्रिया से जुड़े सभी पक्षों को सही मार्गदर्शन और पारदर्शी वातावरण देना है।
आयोग का कहना है कि इन तैयारियों से चुनावी प्रक्रिया न सिर्फ अधिक व्यवस्थित होगी बल्कि मतदाताओं को भी आसानी होगी। मोबाइल रखने की व्यवस्था से लेकर नए इपिक कार्ड की सुविधा और मार्गदर्शिका जैसी सामग्री तक, सब कुछ इस दिशा में है कि अधिक से अधिक लोग मतदान करें और चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लें।
स्पष्ट है कि इस बार का बिहार विधानसभा चुनाव तकनीकी और व्यवस्थागत दृष्टि से पहले से काफी अलग होगा। मोबाइल फोन रखने की सुविधा, नया इपिक कार्ड और व्यापक स्तर पर तैयार चुनावी सामग्री से यह संदेश भी जाता है कि आयोग मतदाताओं को हर कदम पर सहजता, सुरक्षा और पारदर्शिता प्रदान करने के लिए गंभीर है।