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26-Jul-2024 08:04 AM
By First Bihar
PATNA : बिहार के राजद विधान पार्षद सुनील सिंह को बड़ा झटका लगा है। राबड़ी देवी के मुंहबोले भाई को बिस्कोमान अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। इतना ही नहीं उनकी विधान परिषद की सदस्यता रद्द की जा सकती है। विधान परिषद की आचार समिति ने सुनील सिंह पर कार्रवाई की अनुशंसा की है। इसमें कहा गया है कि वे लगातार सदन के अंदर 4 बैठकों में शामिल नहीं हुए हैं। 5वीं बैठक में वे आए, लेकिन अपने ऊपर लगे आरोपों पर कोई जवाब नहीं दिया।
सुनील सिंह पर विधान परिषद के पिछले सत्र में सीएम नीतीश कुमार की मिमिक्री करने का आरोप लगा था जिसकी जांच विधान परिषद की आचार समिति को सौंपी गई थी। आचार समिति के अध्यक्ष की ओर से विधान परिषद में प्रतिवेदन रिपोर्ट पेश कर दिया गया है। सुनील सिंह पर जो आरोप लगे थे, उसे कमेटी जांच में सही पाया है। अब विधान परिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह इस पर शुक्रवार को फैसला सुनाएंगे।
जानकारी हो कि सुनील सिंह लगातार अपने सोशल मीडिया पोस्ट और मीडिया में बयान से चर्चा में रहते हैं। उनके बयान कई बार उनकी पार्टी के लिए भी मुश्किलें पैदा करते हैं। 2022 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सुनील सिंह के घर और दूसरे ठिकानों पर रेड मारा था। उस दौरान कहा गया था कि यह छापा लालू यादव के परिवार पर रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लिखवाने को लेकर चल रहे मामलों की जांच से जुड़ा है।
आपको बताते चलें कि शुक्रवार को सुनिल की सदस्यता समाप्त होने के बाद वर्ष भर के अंदर राजद की ओर से विधान परिषद में सदस्यता गंवाने वाले दूसरे सदस्य के रूप में नाम जुड़ जाएगा। इससे पहले राजद की अनुशंसा पर रामबली सिंह सदस्यता समाप्त कर दी गई थी। समिति ने उनके खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर दी है और शुक्रवार को इसकी घोषणा भी हो जाएगी। समिति ने कहा है कि डॉ. सुनील कुमार सिंह ने सदन के सदस्य बने रहने की पात्रता खो दी है।