जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं
07-Oct-2019 05:03 PM
By
DESK: अब जल्दी ही देश की कमाई लूटने वाले काले धन कुबेरों की पोल खुलने वाली है. केंद्र की मोदी सरकार की पॉलिसी ने रंग दिखाना शुरु कर दिया है और इसी सिलसिले में स्विट्जरलैंड सरकार ने भारत सरकार को ऐसे धन कुबेरों की पहली लिस्ट सौंप दी है.
स्विट्जरलैंड की ओर से स्विस बैंक में खुले भारतीय खातों की जानकारी सरकार को सौंपी गई है. भारत कुछ चुनिंदा देशों में से एक है जिन्हें ये जानकारी मिल रही है. हालांकि स्विस सरकार की तरफ से दी गई यह लिस्ट पूरी नहीं है और स्विस सरकार बाकी लोगों की लिस्ट को साल 2020 तक केंद्र सरकार को सौंपेगी.
बताया जा रहा है कि स्विट्जरलैंड में दुनिया के 75 देशों के करीब 31 लाख खाते शामिल हैं जो जांच के दायरे में हैं, इनमें भारत के कई खाते भी शामिल हैं. सरकार को यह जानकारी मिलने के बाद अब जांच ऐजेंसियां ऐसे खातों की जांच कर सकती है.