Chirag Paswan : चिराग पासवान की बड़ी मां राजकुमारी देवी लड़ेंगी विधानसभा चुनाव, इस सीट से हो सकती हैं कैंडिडेट; खुद किया एलान Bihar News: पत्रकार राजदेव रंजने केस में नया ट्विस्ट, अब हाईकोर्ट जाएगी CBI की टीम; जानिए... क्या है वजह Bihar News : मिड-डे मील में छिपकली गिरने से 62 बच्चे बीमार, 8 एसकेएमसीएच रेफर; प्रशासन में हड़कंप Bihar News: बनारस जा रहे वाहन से अवैध हथियार बरामद, पुलिस ने 5 तस्करों को दबोचा Bihar News: बिहार में यहाँ बिछाई जाएगी डबल रेल लाइन, ₹3100 करोड़ से ज्यादा होंगे खर्च Bihar Surveillance Raids: सुबह सुबह SVU की रेड, शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर वीरेंद्र नारायण के कई ठिकानों पर चल रही छापेमारी, जानिए क्या है पूरा मामला Nepal Political Crisis: 8 साल पहले महाभियोग झेलीं सुशीला कार्की, अब बनेंगी नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री; जान लें... क्या है इनकी कहानी Bihar Election 2025 : कांग्रेस ने फिर तेजस्वी को CM पद का दावेदार मानने से इनकार किया, कहा - जनता करेगी फैसला, सीट शेयरिंग में मनपसंद क्षेत्र चाहिए Bihar Crime News: बिहार में अब हाईस्कूल के गार्ड को मारी गोली, चारो अपराधी फरार.. BSEB : इंटर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, यह है लास्ट डेट; वोकेशनल कोर्स के लिए भी शुरू हुई प्रक्रिया
07-Nov-2021 01:11 PM
By
PATNA: गोपालगंज, बेतिया और समस्तीपुर में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौतें हुई है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने इस घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया। सुशील मोदी ने कहा कि दोषियों की पहचान कर तुरंत कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। स्पीडी ट्रायल के जरिए मौत के सौदागरों को फांसी की सजा दिलाई जानी चाहिए।
वर्ष 2016 में गोपालगंज के खजूरबन्नी में जहरीली शराब से 19 लोगों की मृत्यु के बाद दोषी पाए गए नौ को फांसी और चार महिलाओं को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। इन सभी मामलों में भी स्पीडी ट्रायल चलाकर सभी दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की पहल करनी चाहिए। सुशील मोदी ने कहा कि ऐसी घटना में मृतक के परिवार का कोई दोष नहीं होता। इसलिए सरकार ने उस समय हर आश्रित परिवार को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिया था।
इस बार भी सरकार को पीड़ित आश्रितों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का विचार करना चाहिए। इस घटना में परिवारों का कोई दोष नहीं है दोष पीने और बेचने वालों का है। जिन राज्यों में शराबबंदी नहीं है वहां भी लोग जहरीली शराब पीने से मरते है। पिछले दिनों देश के अनेक राज्यों में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई है।
इसलिए यदि जहरीली शराब से मौत हुई है तो इसका अर्थ यह नहीं है कि बिहार के अंदर शराबबंदी को हटा दिया जाए। बीजेपी पूरी तरह संपूर्ण शराबबंदी के पक्ष में है। शराबबंदी को और कड़ाई से लागू करने के लिए जो भी प्रयास करने की आवश्यकता है वह किया जाना चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते नरेंद्र मोदी ने मद्य निषेध को लागू रखा था। बिहार में भी उसी तर्ज पर महिलाओं की मांग पर नीतीश कुमार ने शराबबंदी को लागू किया। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद घरेलू हिंसा में कमी आयी है।
स्कूल-कॉलेज जाने वाली लड़कियों पर भद्दी छींटाकशी की घटनायें कम हुई है। ऐसे में राज्य सरकार को शराबबंदी के अपने फैसले पर दृढता से कायम रहना चाहिये। सुशील मोदी ने जहीरीली शराब पीकर मरने वालों के परिजनों को 4-4 लाख रूपये मुआवजा देने की भी मांग की है।