Success Story: इंजीनियर का बेटा बना IAS अधिकारी, दो बार असफलता के बाद भी नहीं टूटे हौसले, तीसरी बार UPSC में मिली सफलता Bihar News: निगरानी के हत्थे चढ़ा घूसखोर राजस्व कर्मचारी, 7 हजार रिश्वत लेते रंगेहाथ धराया Bihar Crime News: ई-रिक्शा चालक की हत्या से हड़कंप, जांच के बाद हैरान रह गई पुलिस Bihar Education News: शिक्षकों के वेतन को लेकर शिक्षा विभाग के ACS एस.सिद्धार्थ ने क्या कहा ? चिट्ठी पढ़वाने लगे..... Caste census: जिस जातिगत जनगणना का पंडित नेहरू और राजीव गाँधी ने किया था विरोध, अब राहुल क्यों दे रहे हैं जाति पर ज़ोर? Bihar Mausam Update: अभी-अभी बिहार के इन चार जिलों के लिए जारी हुआ अलर्ट, वज्रपात, हवा के साथ मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना, कौन-कौन जिले हैं शामिल... West Bengal: शौचालय की दीवार पर चिपका दिया पाकिस्तानी झंडा, गिरफ्तार कर ले गई पुलिस Life Style: गर्मी में स्मार्टफोन को चार्ज करते वक्त न करें ये गलतियां, ओवरहीट से बचाने के लिए अपनाएं ये टिप्स Twins Meet in Bihar: बिहार में होने जा रहा जुड़वों का सबसे बड़ा समागम, देशभर से यहां जुटेंगे Twins भाई-बहन Twins Meet in Bihar: बिहार में होने जा रहा जुड़वों का सबसे बड़ा समागम, देशभर से यहां जुटेंगे Twins भाई-बहन
12-Jan-2024 11:38 AM
By First Bihar
MUZAFFARPUR : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां एक स्कूल में पेड़ गिरने से घायल बच्चे के इलाज के दौरान चिकत्सक ने ड्रेसिंग करते हुए बच्चे के पैर में ही नीडल (सुई) छोड़ दिया था। वहीं इसके बाद बच्चे के पैर में दर्द बढ़ने लगा और धीरे-धीरे उसका पैर सड़ने की स्थिति में पहुंच गया। जिसके बाद आननफानन में परिजनों ने बच्चे को इलाज के निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।
मिली जानकारी के अनुसार, नवंबर महीने में मुजफ्फरपुर जिले के एक सरकारी स्कूल में पीपल के पेड़ गिर जाने से कई छात्र घायल हो गए थे। आनन-फानन में घायल बच्चों को इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती करवाया गया था। इस दौरान एक घायल हुए बच्चे मो शाहनवाज़ की ड्रेसिंग के दौरान टांका लगाने वाली सुई बच्चे के पैर में ही छोड़ कर उसी के ऊपर से प्लास्टर कर दिया गया था, जिससे बच्चे की स्थिति काफी बिगड़ गई। जब बच्चे का दर्द बढ़ता गया तो परिजनों ने पटना के पीएमसीएच में भी दिखाया।
वहीं, जब वहां भी किसी प्रकार का कोई सहयोग नहीं मिला तो परिजनों ने बच्चे को मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां बच्चे के पैर में एक्स रे के दौरान सुई का पता चला। इसके बाद वहां के डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया और किसी तरह बच्चे का पैर कटने से बच गया और सही समय पर उसका इलाज संभव हो पाया।
उधर, इस पूरे ममाले को लेकर सिविल सर्जन डॉ ज्ञान शंकर ने बताया है कि एक मामला संज्ञान में आया है। एक बच्चे के ऑपरेशन के दौरान बच्चे के पैर का प्लास्टर करते हुए स्टीच के समय नीडल पैर में ही छोड़ी गई थी। हालांकि अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर शिकायत मिलती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। यह मामला एसकेएचसीएच मेडिकल कालेज से जुड़ा हुआ है। इसलिए पूरे मामले में विस्तृत जानकारी ली जाएगी।