सीवान में मनचलों ने छेड़खानी के दौरान दो लड़कियों पर चाकू से किया हमला, हालत गंभीर गया में सिंदूर महायज्ञ ने रचा इतिहास: अब तक 8 करोड़ आहुतियाँ, विकास और सनातन पर जोर आरा में संत सम्मेलन का भव्य आयोजन, अजय सिंह ने धर्म-संस्कृति पर दिया जागरूकता का संदेश नीतीश की योजनाओं का क्रेडिट ले रहे तेजस्वी यादव, बोले मंगल पांडेय..लालू परिवार ने किसी का भला नहीं किया 26 जून के छात्र-युवा संवाद को लेकर भोजपुर से जागरूकता रथ रवाना, रथयात्रा से गांव-गांव तक जागरूकता अभियान की शुरुआत नीतीश के गृह क्षेत्र में मुकेश सहनी ने किया वादा, कहा..हमारी सरकार बनी तो निषाद के खाते में 3 महीने तक दिया जाएगा ₹5000 बम की धमकी से मचा हड़कंप: यूके से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट की सऊदी अरब में इमरजेंसी लैंडिंग Life Style: जब उम्मीद बाकी हो, तो कोशिशें चमत्कार कर सकती हैं; जानिए... राजा की कहानी परमानंदपुर पंचायत में VIP नेता संजीव मिश्रा का जनसंपर्क अभियान, बोले..अब गांव की सरकार गांव के लोगों के हाथ में होनी चाहिए Road Accident: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सड़क हादसे में बिहार के युवक की मौत, बिजनेस के सिलसिले में गए थे दिल्ली
02-Jul-2024 06:05 PM
By First Bihar
MADHEPURA: आप जब भी सरकारी कार्यालय जाते होंगे तो वहां दफ्तर के बाहर बड़े-बड़े बैनर पोस्टर नजर आते होंगे। जिस पर साफ शब्दों में यह संदेश लिखा मिलता होगा कि खुले में पेशाब और शौच नहीं करना चाहिए। जिसका लोग अमल भी करते हैं लेकिन कुछ लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं।
मधेपुरा के एक सरकारी कर्मचारी ने यह गलती कर दी। दरअसल मामला मधेपुरा समाहरणालय का है जहां एक सरकारी कर्मचारी को खुले में पेशाब करते खुद डीएम साहब ने देख लिया। खुले में पेशाब करना उक्त कर्मी को महंगा पड़ गया।
जब नंदन कुमार सरकारी आवासीय परिसर में खुले में पेशाब कर रहा था तभी डीएम साहब वहां से गुजर रहे थे। उनकी नजर जब उक्त कर्मी पर गई तब उन्होंने पर्यावरण प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के आरोप में नोटिस जारी करते हुए उक्त कर्मचारी से स्पष्टीकरण मांगा। अब यदि 24 घंटे के भीतर सरकारी कर्मचारी नंदन कुमार ने स्पष्टीकरण नहीं दिया तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
नंदन को डीएम की तरफ से जो नोटिस जारी किया गया है वो स्पष्टीकरण पत्र अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसके बाद सरकारी कर्मचारियों को बीच हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले के सामने आने के बाद एक सीख लोगों को मिली है। अब लोग खुले में शौच और पेशाब करने से बच रहे हैं। कुछ कर्मियों का कहना था कि नंदन के जैसा गलती कभी नहीं करेंगे।