मौसी की बेटी से एकतरफा प्यार करने वाले सनकी ने बीच सड़क पर मचाया तांडव, विरोध करने पर चलाई बहन के ऊपर गोली हाजीपुर में बोले विजय सिन्हा..जिस दिन तेजस्वी अपने पिता लालू की राह को छोड़ देगा, उसी दिन देश से आतंकवाद का सफाया हो जाएगा Bihar Crime News: अंशु हत्याकांड का खुलासा, दोस्त ही निकला कातिल CISCE ISC ICSE Board Result 2025: 10वीं-12वीं का रिजल्ट कल होगा जारी, इस तरह से करें चेक Mob Lynching: “पाकिस्तान जिंदाबाद” बोलने पर युवक की हत्या, 15 गिरफ्तार घरेलू विवाद ने लिया खौफनाक मोड़: पति ने पत्नी का सिर मुंडवाया, गाली-गलौज और धमकी के बाद FIR दर्ज Bihar News: बिहार के इस जिले में खुदाई के दौरान मिली अष्टधातु की बेशकीमती मूर्ति, दर्शन के लिए जमा हुई लोगों की भीड़ चारधाम यात्रा 2025: पहलगाम हमले के बाद उत्तराखंड में सुरक्षा के कड़े प्रबंध, 6000 पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल की तैनाती राज्य में ‘स्वच्छ बिहार’ पोर्टल लॉन्च, स्वच्छता और पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम Czech Princess's Lost Ring: राजकुमारी की 22 लाख की अंगूठी खोई तो 2 दिन में ढूंढ कर निकाला, ठुकराए इनाम के 5 लाख रुपए
30-Mar-2020 07:33 PM
By Ganesh Samrat
PATNA : कोरोना वायरस से पूरे देश में चल रहे लॉकडाउन के बीच आज छठ पूजा का तीसरा दिन है। लॉकडाउन के बीच पटना में आज चैती छठ पूजा हुई। छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। मंगलवार की सुबह उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही लोकआस्था का महापर्व चैती छठ संपन्न हो जायेगा।
कोरोना वायरस से लॉकडाउन को लेकर पूरे देश में बंदी का माहौल है, वहीं बिहार में भी प्रशासन ने लोगों को घर में रहकर ही छठ पूजा करने की अपील की, जिसके बाद ज्यादातर लोगों ने अपने घर में ही भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया और भगवान सूर्य से कोरोना से पूरी दुनिया को बचाने की प्रार्थना की।
छठ पर्व पर लोग जहां एक साथ मिलकर नदियों या तालाबों के पास एकत्र होते हैं, घर में भी लोग काफी संख्या में व्रती के यहां प्रसाद ग्रहण और पूजा में शामिल होने पहुंचते हैं। लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से लोगों से घर में रहने की अपील की गई थी। इसलिए इस बार लोग नदियों में, या तालाबों में अर्घ्य देने नहीं गये। छठ पूजा को इस बार धूमधाम से नहीं शांतिपूर्वक मनाने की अपील की गई है, ताकि लोग पूजा अपने घरों में रहकर करें। क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए ये सही होगा।
लोगों ने नियमों का पालन करते हुए घरों में भगवान भास्कर की पूजा अर्चना की। चैती छठ पूजा के तीसरे दिन अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हुए व्रतियों ने ये कामना की सबसे पहले भगवान इस कोरोना की महाआपदा को हर लो। सबकुछ पहले की तरह सामान्य हो और लोग सुख-शांति से जिंदगी जी सके। छठ पर्व प्रकृति का वो अनूठा पर्व है जिसमें प्रकृति प्रदत वस्तुओं से ही प्रकृति के साक्षात देवता भगवान सूर्य की अराधना की जाती है।