ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: अश्विनी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, घटना के दो महीने बाद पुलिस ने दबोचा बेगूसराय में बाढ़ का कहर: 12 घंटे में 7 की मौत, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप BIHAR: गंगा नदी में 100 KM बहकर बचा शख्स, बेंगलुरु से आने के बाद पटना में लगाई थी छलांग Bihar News: बिहार में पानी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी

Motor Vehicle Act को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को दी चेतावनी, ट्रैफिक जुर्माना घटाया तो राज्य में लगेगा राष्ट्रपति शासन

Motor Vehicle Act को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को दी चेतावनी, ट्रैफिक जुर्माना घटाया तो राज्य में लगेगा राष्ट्रपति शासन

07-Jan-2020 09:45 AM

By

DESK : राज्य मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम, 2019 के नियमों का पालन नहीं करने वाले राज्यों को केंद्र की मोदी सरकार ने चेतावनी दी है. केंद्र सरकार ने वैसे राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाने की चेतावनी दी है. 


इस बाबत केंद्र सरकार का कहना है कि कानून के खिलाफ जाकर राज्य सरकार के पास जुर्माना कम करने का अधिकार नहीं है. यदि कोई राज्य सरकार नियमों के खिलाफ जाकर जुर्माने की राशि को घटाते है तो इसे संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन माना जाएगा और वहां केंद्र सरकार राष्ट्रपति शासन भी लगा सकता है.

बता दें कि कई राज्यों द्वारा कई मामलों में जुर्माने की राशि कम करने के बाद परिवहन मंत्रालय ने इस पर कानून मंत्रालय से सलाह मांगी थी. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक 'अटॉर्नी जनरल का मानना है कि मोटर वाहन अधिनियम को 2019 में संशोधित किया गया है. यह एक संसदीय कानून है और राज्य की सरकारें इसमें तय जुर्माने की सीमा को कम करने के लिए तब तक कानून पारित या कार्यकारी आदेश जारी नहीं कर सकती हैं जब तक कि वह संबंधित कानून पर राष्ट्रपति की सहमति नहीं प्राप्त कर लें.'