बिहार के इस रूट पर पहली बार चली ट्रेन, आज़ादी के बाद रचा गया इतिहास BIHAR: बारात जा रहे बाइक सवार को हाइवा ने रौंदा, दो युवकों की दर्दनाक मौत, घर में मातम का माहौल Bihar News: बिहार की इस नदी पर 200 करोड़ की लगत से बनेगा पुल, इंजीनियरों की टीम ने किया सर्वे Mansoon in Bihar: बिहार में मानसून की एंट्री को लेकर आई गुड न्यूज, मौसम विभाग ने दिया नया अपडेट Mansoon in Bihar: बिहार में मानसून की एंट्री को लेकर आई गुड न्यूज, मौसम विभाग ने दिया नया अपडेट Bihar News: मुर्गी की हत्या के बाद रोते-बिलखते थाने पहुंची महिला, देवर सहित 3 पर FIR दर्ज BIHAR CRIME: जहानाबाद में दिनदहाड़े 2.80 लाख की लूट, बैंक से पैसे निकालने गई महिला को बनाया निशाना Bhojpur News: अजय सिंह ने जन्मदिन पर 18 गांवों के खिलाड़ियों के बीच खेल किट का किया वितरण, युवाओं में दिखा भारी उत्साह Bhojpur News: अजय सिंह ने जन्मदिन पर 18 गांवों के खिलाड़ियों के बीच खेल किट का किया वितरण, युवाओं में दिखा भारी उत्साह Life Style: बच्चों को जरूरत से ज्यादा मीठा खिलाना पड़ सकता है भारी, हो सकती है यह गंभीर समस्या
31-Dec-2019 07:34 PM
By
DELHI : अभी-अभी बड़ी खबर आ रही है। केन्द्र सरकार ने रेल किरायों में बढ़ोतरी कर दी है। नये साल पर रेल यात्रियों की जेब पर बोझ बढ़ने जा रहा है। जनरल और स्लीपर क्लास में एक पैसा प्रति किलोमीटर का इजाफा किया गया है। एसी क्लास में चार पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गयी है। बढ़े हुए किराये एक जनवरी से लागू हो जाएंगे।
मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में सेकेंड क्लास के किराये में 2 पैसे, स्लीपर क्लास के किराये में 2 पैसे तथा फर्स्ट क्लास के किराये में 2 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। वहीं एसी क्लास में एसी चेयर कार के किराये में 4 पैसे, एसी-3 टीयर के लिए 4 पैसे, एसी-2 टीयर के किराये में 4 पैसे तथा एसी फर्स्ट क्लास के किराये में भी चार पैसे की बढ़ोतरी की गई है।
नॉन एसी सेकेंड क्लास के किराये में प्रति किलोमीटर 1 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। स्लीपर क्लास के लिए भी किराये में 1 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। जबकि फर्स्ट क्लास के किराये में 1 पैसे की बढ़ोतरी की गई है।किराया में बढ़ोतरी का असर खासकर लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों पर पड़ेगा।
बता दें कि रेलवे ने कई सालों से यात्री किराये में इजाफा नहीं किया है। पिछले साल संसद की एक समिति ने सिफारिश की थी कि रेलवे को निश्चित अवधि में रेल यात्री किराये की समीक्षा करनी चाहिए। भारतीय रेलवे की कमाई 10 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। रेलवे को 100 रुपये कमाने के लिए 98.44 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।