बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात 8 साल बाद सर्किल रेट बढ़ने से अयोध्या में महंगी हुई जमीन: अब बिहार में हो रही यह चर्चा
10-Dec-2024 02:29 PM
By First Bihar
Karnataka Former CM SM Krishna: कर्नाटक की सरकार ने पूर्व सीएम एसएम कृष्णा के निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक का एलान किया है। राज्य में अगले तीन दिनों तक सभी सरकारी दफ्तार और शिक्षण संस्थान बंद (karnataka holiday tomorrow) रहेंगे।
10 दिसंबर की सुबह करीब ढाई बजे पूर्व सीएम एसएम कृष्णा ने आखिरी सांस ली। पूर्व मुख्यमंत्री उनके परिवार के साथ साथ राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर है। उनके निधन की खबर सुनकर उनके आवास पर लोगों का तांता लग गया है। पूर्व सीएम सोमनहल्ली मल्लैया कृष्णा के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं।
जानकारी के मुताबिक, एसएम कृष्णा का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ मांड्या के मद्दुर तालुक में उनके पैतृक गांव सोमनहल्ली में होगा। बुधवार की सुबह 8 बजे तक बेंगलुर में और मद्दुर में सुबह 10:30 बजे से दोपहर 3 बजे तक उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
बता दें कि साल 1932 के 1 मई को कर्नाटक के मांड्या जिले के सोमनहल्ली में एसएम कृष्णा का जन्म हुआ था। पहली बार उन्होंने 162 में मद्दुर विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीता और यहां से उनकी राजनीतिक पारी की शुरूआत हुई थी। कांग्रेस में शामिल होने से पहले वह प्रजा सोशलिस्ट पार्टी में थे।
हालांकि, साल 2017 में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। पिछले साल ही उन्होंने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था। कृष्णा 11 अक्टूबर 1199 से 28 मई 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे। महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में भी उन्होंने काम किया था। उनके निधन से दक्षिण की राजनीति को बड़ा नुकसान पहुंचा है।