Bihar News: बिहार के इस शहर के लिए रांची से हवाई सेवा शुरू, सप्ताह में तीन दिन होगी उड़ान लुधियाना में सीतामढ़ी की बेटी की दर्दनाक मौत, शादी के दबाव में आकर केमिकल टैंक में कूदकर दी जान सीतामढ़ी में एटीएम बदलकर ठगी करने वाला गिरोह बेनकाब, तीन साइबर फ्रॉड गिरफ्तार चुनाव से पूर्व मोतिहारी में बड़ी कार्रवाई: मुखिया पति कमरुद्दीन मियां के घर से हथियार और लग्जरी गाड़ियां बरामद Bihar Police News: बिहार के इस जिले में पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, तीन नए थानाध्यक्षों की हुई तैनाती; दो लाइन हाजिर Bihar News: बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज पहुंचीं गयाजी, विष्णुपद मंदिर में मां सुषमा स्वराज का किया पिंडदान Bihar News: बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज पहुंचीं गयाजी, विष्णुपद मंदिर में मां सुषमा स्वराज का किया पिंडदान Bihar Police Modernization: आधुनिक हथियारों से लैस होगी बिहार पुलिस, केंद्र सरकार ने जारी किए इतने करोड़; अपराधियों की अब खैर नहीं Bihar Police Modernization: आधुनिक हथियारों से लैस होगी बिहार पुलिस, केंद्र सरकार ने जारी किए इतने करोड़; अपराधियों की अब खैर नहीं बिहार में बकरी के लिए चली गोली, युवक की मौत, सौतेले भाई ने दिया घटना को अंजाम
25-Jun-2021 03:54 PM
By Tahsin Ali
PURNEA: बायसी अनुमंडल में एक बार फिर से कनकई नदी का कटाव शुरू हो गया है। जिसके कारण लोग कई जगहों पर लोग अपने आशियाने को तोड़ रहे हैं। कटाव के कारण अब लोग यहां पलायन कर रहे हैं। मामला अमौर प्रखंड के नगरा टोला की है। जहां लोग अपने पक्के मकान पर हथौड़ा चला रहे हैं। एक-एक पैसे इक्टठा कर लोगों ने आशियाने को बनाया और आज कटाव के कारण इसे तोड़ने को विवश हैं।
कनकई नदीं के कटाव के कारण यह कई गावों के लोग परेशान हैं। महिलाए नदी किनारे टीन के शेड के नीचे रहने को मजबूर हैं। लोगों में अब भी कनकई नदी का दहशत देखने को मिल रहा है। नगरा टोला के लोगों का कहना है कि कनकई नदी ने नगरा टाला में 2017 और 2020 में भारी तबाही मचायी थी।
इस दौरान प्राथमिक स्कूल समेत करीब 70 घर नदी में विलीन हो गये थे। अबकी बार कनकई नदी घर के नजदीक आ पहुंची है। सैलाब और कटाव के कहर से बचने के लिए लोग अपने ही बनाए घरों को तोड़कर सुरक्षित जगह की तलाश में निकल पड़े हैं। यदि अभी घर नही तोड़ेंगे तो एक माह बाद यही घर नदी में समा जायेगा। नदी किनारे रहने वाले लोगों का कहना है कि अब तक उन्हें किसी तरह की सरकारी लाभ नहीं मिल पायी है।
अमौर के विधायक अखतरुल ईमान कहते हैं कि नेपाल और बंगाल होकर सोनापुर से फाबिसगंज तक बहने वाली सभी नदियां आकर अमौर और बायसी में मिलती है। जिसके कारण यहां सबसे अधिक कटाव होता है लेकिन इस समस्या पर सरकार की नजर नहीं है। हालांकि कि उन्होंने इस मुद्दे को सदन से लेकर मुख्यमंत्री और आलाधिकारियों तक रखा था। यहां अबतक नाव तक उपलब्ध नहीं कराया गया है जिसे लेकर लोग काफी परेशान हैं इनकी सुनने वाला कोई नहीं है।