Train news: नमो भारत ट्रेन का रूट-शेड्यूल और किराया तय, एक क्लिक में जानिए सबकुछ Patna Pakistani nationals: पटना में 27 पाकिस्तानी नागरिकों को लौटना होगा, वीजा रद्द कर कार्रवाई शुरू Chanakya Niti: ये 6 दुख तोड़ देते हैं इंसान को अंदर से, क्या आप भी इनसे गुजर रहे हैं? Bihar News : मिड डे मील में सांप मिलने से बबाल, मोकामा के स्कूल में 100 बच्चे बीमार; पढ़िए पूरी खबर Bihar News: बिहार में फिर शर्मसार हुई शिक्षा व्यवस्था, मुंगेर में वरीय शिक्षक द्वारा बच्चों से कार धुलवाने का वीडियो वायरल Bihar weather update: बिहार में इस दिन से बदलेगा मौसम का मियाज, 7 जिलों में मिलेगी गर्मी से राहत जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग
06-Nov-2019 02:14 PM
By
DESK : एक कलेक्टर ने कर्मचारियों के साथ ही साथ खुद पर भी जुर्माना लगाया है. सुनने में यह मामला भले ही अजीब लगे पर यह पूरी तरह से सच है. मामला यूपी के गाजियाबाद का है.
जहां गाजियाबाद के कलेक्टर अजय शंकर पाण्डेय ने ऑफिस में हो रहे पानी बर्बादी को लेकर सामूहिक रुप से 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है. जुर्माने की राशि कलेक्टर सहित ऑफिस के 100 कर्मचारियों के वेतन से काटा जाएगा. जिसमें 30 अधिकारियों के वेतन से 100-100 रुपये काटे जाएंगे तो वहीं 70 कर्मचारियों के वेतन से 70-70 रुपये काटे जाएंगे.
बताया जाता है कि कलेक्टर अजय शंकर पाण्डेय पूरी तरह से समय और काम के पाबंद हैं. वे हर रोज सुबह 9.30 बजे ऑफिस पहुंच जाते हैं और अपने केबिन की सफाई भी खुद ही करते हैं. हर रोज की तरह अजय शंकर पाण्डेय जब ऑफिस पहुंचे और केबिन की सफाई करने के बाद रेस्ट रुम पहुंचे तो उन्हें पानी गिरने की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद कलेक्टर ने जब कर्मचारियों से पूछा तो उन्होनें बताया कि 10 मिनट से पानी की टंकी ओवरफ्लो होकर गिर रही है. जिसके बाद कलेक्टर ने ऑफिस के अपने आप और 30 अधिकारी सहित 70 कर्मचारियों पर 10 हजार का जुर्माना लगा दिया.
इसके बाद कलेक्टर ने ऑफिस में मौजूद सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को कहा कि जल संरक्षण सभी का दायित्व है, पानी को बचना हर किसी का कर्तव्य है. इसलिए ये जुर्माना मुझ पर भी लागू होता है. जुर्माने की राशि जल संरक्षण विभाग में जमा होगी और इसे जल संरक्षण कार्यों में खर्च किया जाएगा.