ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: पति की मौत के 5 मिनट बाद पत्नी ने भी तोड़ा दम, एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार Bihar News: मुंगेर DM ने लिया श्रावणी मेला की तैयारियों का जायजा, 30 जून तक सभी कार्य पूरा करने का दिया निर्देश Bihar News: बिहार शिक्षा विभाग में डोमिसाइल नीति लागू, 15 हजार पदों पर जल्द होगी भर्ती Police Encounter: रामनवमी चौधरी हत्याकांड का मुख्य शूटर घायल, सिर पर थे कई संगीन आरोप Bihar Crime News: प्रदेश में अपराधी बेलगाम, जमीन कारोबारी को गोलियों से भूना Bihar Crime News: देवरानी-जेठानी के झगड़े ने ली जान, बहू की निर्मम हत्या कर शव को लगाई आग Bihar Corruption: बिहार में इलाज के नाम पर फर्जीवाड़ा, मेडिकल जांच में DPO की खुली पोल Bihar News: शराब मामले में गिरफ्तार युवक की मौत, परिजनों का उत्पाद टीम पर गंभीर आरोप; RJD ने नीतीश कुमार और बिहार पुलिस को घेरा Bihar Weather: बिहार के इन 8 जिलों में आज भीषण बारिश, आंधी-तूफ़ान को लेकर भी IMD ने चेताया बिहार में औद्योगिक विकास को नई गति: मुजफ्फरपुर टेक्सटाइल पार्क में हाई स्पिरिट कमर्शियल वेंचर्स का उद्घाटन

हम कोरोना से लड़ते रहे और महंगाई जानलेवा स्तर तक जा पहुंची, जीवन सस्ता और सबकुछ महंगा हो गया

हम कोरोना से लड़ते रहे और महंगाई जानलेवा स्तर तक जा पहुंची, जीवन सस्ता और सबकुछ महंगा हो गया

15-Jun-2021 07:30 AM

By

PATNA : कोरोना की पहली लहर हो या फिर दूसरी, हम जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में जुटे रहे लेकिन कमरतोड़ महंगाई जानलेवा स्तर तक जा पहुंची। केंद्र सरकार की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक मई महीने में थोक महंगाई दर 12.94 फीसदी पर पहुंच गई। अप्रैल में यही दर 10.49 फीसदी थी। खाद्य उत्पादों की कीमत बढ़ने से खुदरा महंगाई भी उछलकर पिछले 6 महीने के उच्चतम स्तर 6.3% पर पहुंच गई। एक्सपर्ट के मुताबिक ईंधन की बढ़ती कीमतों के साथ राज्यों में पाबंदियां भी इसके पीछे बड़ी वजह है।


देश के अंदर थोक मूल्य महंगाई दर में लगातार पांचवें महीने बढ़त देखी जा रही है। वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि महंगाई में तेजी की मुख्य वजह पेट्रोल, डीजल, नेफ्था, फर्नेस ऑयल आदि पेट्रोलियम उत्पादों और विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले ज्यादा वृद्धि है। ईंधन और बिजली की मुद्रास्फीति 37.61 प्रतिशत रही जो अप्रैल में 20.94 फीसदी थी। विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति मई में 10.83% रही, जो पिछले माह 9.01 फीसदी थी। खाने-पीने की चीजों की थोक महंगाई दर मई में मामूली कम होकर 4.31% पर आ गई लेकिन प्याज महंगा हुआ है। 


राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने खुदरा महंगाई के जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके अनुसार-खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर मई में 5.01 प्रतिशत रही। यह पिछले महीने के 1.96 प्रतिशत से कहीं अधिक है। यह महंगाई दर रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर है। केंद्र सरकार ने आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति 2% घट-बढ़ के साथ 4% पर बरकरार रखने की जिम्मेदारी दी हुई है लेकिन मई में यह 6.3% दर्ज की गई। विशेषज्ञों के मुताबिक महंगाई में तेजी सप्लाई की दिशा में आ रही मुश्किलों और लॉजिस्टिक्स की रुकावट की वजह से देखने को मिली है। केयर रेटिंग की रिपोर्ट में कहा गया है कि मई में प्याज के दाम 23.2% बढ़ गए। राज्यों में पाबंदी सबसे बड़ी वजह है। आलू-सब्जियों की पैदावार बढ़ने से दाम कम हुए।