BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं Bihar Rain Alert: बिहार में बदलेगा मौसम का मिजाज, 26 से 30 अप्रैल तक होगी आंधी-बारिश Bihar Crime News: संत पॉल एकेडमी में महिला सफाईकर्मी के साथ रेप, स्कूल के शिक्षक पर जबरन दुष्कर्म करने का आरोप Bihar News: थाने का ड्राइवर ही निकला गांजा तस्कर, SP की नजरों में आने के बाद हुआ खुलासा Bihar News: बिहार के CRPF जवान की आत्महत्या से हड़कंप, बैरक में सर्विस रायफल से समाप्त की जीवन लीला PSL 2025 Broadcast Suspended: पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ा फैसला, अब भारत में नहीं दिखेंगे पाक में होने वाले मैच
05-Aug-2020 09:38 AM
By
PATNA : कोका-कोला इंडिया ने 'सशक्त स्थानीय जड़ों वाली संपूर्ण बेवरेज कंपनी' के रूप में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए भारत की आत्मा कृषि में अपने निवेश को जारी रखा है. इसके लिए कंपनी अपने पेय पदार्थों में स्थानीय तत्वों को और बढ़ा रही है और खेती-किसानी का जश्न मनाते हुए भारतीय उपभोक्ताओं की बढ़ती जरूरतों का पूरा कर रही है. कंपनी ने अपने प्रमुख ब्रांड ‘मिनट मेड’ के तहत दो नए उत्पादों को पेश किया, जो पोषण संबंधी मनुष्य की रोज की कुछ जरूरतें पूरी करते हैं और भारतीय किसानों द्वारा उगाए गए फलों से तैयार किए जाते हैं. ‘मिनट मेड न्यूट्रीफोर्स’ और ‘मिनट मेड वीटा पंच’ मनुष्य की मानसिक चुस्ती और इम्यूनिटी बढ़ाने की जरूरतों को पूरा करते हैं. इनसे रोजमर्रा की पोषण जरूरतों को पूरा करने के कंपनी के पोर्टफोलियो में विस्तार की प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित होती है.
नए पेयों की शुरुआत के साथ मिनट मेड ब्राण्ड का विस्तार ‘फ्रूट सर्कुलर इकोनॉमी’ की पहल को लेकर कोका-कोला इंडिया के फोकस को रेखांकित करता है. इस पहल से फल आधारित पेय पदार्थों के लिए जरूरी फलों को उपलब्ध कराने और किसानों को अपनी फसल बढ़ाने का प्रोत्साहन मिलता है. कोका-कोला इंडिया ने 2023 तक भारतीय कृषि व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए फ्रूट सर्कुलर इकोनॉमी के निर्माण पर 1.7 बिलियन डॉलर के निवेश के लिए प्रतिबद्धता दर्शाई है.
कोका-कोला इंडिया और दक्षिण-पश्चिम एशिया के प्रसीडेंट टी ने लॉन्च के दौरान कहा, “कोका-कोला सार्थक ब्रांडों को तैयार करने और अपने उपभोक्ताओं को शारीरिक व आंतरिक ताज़गी देने वाले पेय पदार्थों की पेशकश करने के अपने उद्देश्य को पूरा करने में जुटा हुआ है। हमारी दीर्घकालिक रणनीति उपभोक्ताओं की पसंद के अनुरूप ज्यादा से ज्यादा फल-आधारित पेय पदार्थों की पेशकश करने पर जोर देती है. मिनट मेड के तहत पौष्टिक जूस के हमारे पोर्टफोलियो का विस्तार हर भारतीय को पोषण देने और फलों से पोषण पाने में भारत की पहली पसंद बनने के हमारे उद्देश्य के अनुरूप है. यह राष्ट्र और इसके किसानों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की दिशा में एक और कदम है. ”
‘मिनट मेड वीटा पंच’ भारतीय फलों की रेसिपी से तैयार किया गया फलों का स्वादिष्ट कॉकटेल है. यह इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए किसी व्यक्ति की विटामिन सी की दैनिक खुराक को 100 फीसदी पूरा करता है. इसे इम्युनिटी को बढ़ाने वाले पेयों की नई-नवेली श्रेणी में कोका-कोला इंडिया के आगाज के रूप में भी देखा जा सकता है. ‘मिनट मेड न्यूट्रीफ़ोर्स’ को खासकर भारतीय माताओं के लिए तैयार किया गया है, जो अपने बढ़ते बच्चों के लिए पोषक विकल्प चाहते हैं. मिनट मेड न्यूट्रीफोर्स में कश्मीरी सेब के रस के आयरन, जिंक और अन्य आवश्यक विटामिनों के बेहतरीन स्वाद का मेल है. इससे व्यक्ति की संवेदन क्षमता और मानसिक सजगता बढ़ती है. यह बच्चों को तेजी से सीखने में मदद करता है, जो कि इस समय वर्तमान समय की जरूरत भी है.
कोका-कोला इंडिया और दक्षिण-पश्चिम एशिया के वाइस प्रेसीडेंट, विपणन विजय परशुरामन ने कहा कि , “बदलते समय के साथ, उपभोक्ता अब स्वास्थ्य के लिए लाभदायक पेय पदार्थों का विकल्प चुन रहे हैं. इसकी वजह है कि स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति उनका दृष्टिकोण भी तेजी से बदल रहा है. नए पेयों का विकास उपभोक्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, क्योंकि वे भी 'न्यू नॉर्मल' के मुताबिक खुद को बदलना चाह रहे हैं. भारतीय किसानों द्वारा भारत की भूमि पर उगाए गए फलों के साथ, मिनट मेड मास्टरब्रांड के तहत हमारे बेहतरीन पोषण पोर्टफोलियो का यह ताजा विस्तार वर्तमान समय में हमारे उपभोक्ताओं की वास्तविक समस्याओं को हल करने पर केंद्रित है. ”
पिछले दो वर्षों से, कोका-कोला के पेय- पोर्टफोलियो का खंडों में विस्तार हुआ है. कंपनी ने उपभोक्ताओं की बातों को गंभीरता से सुनने और हाइपरलोकल जाकर उनकी बनती-बिगड़ती पसंदों से मेल खाने वाले पेय उन्हें उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित किया है. कोका-कोला इंडिया ने अपने व्यवसाय को क्षेत्रीय बनाने के सबसे बेहतर तरीके की खोज और अपने स्थानीय बॉटलिंग भागीदारों के लिए ज्यादा मौके पैदा करने के लिए विनिर्माण और वितरण नेटवर्क का हरसंभव उपयोग सुनिश्चित किया है.
कोका-कोला इंडिया देश की अग्रणी पेय कंपनियों में से एक है, जो उपभोक्ताओं के लिये स्वास्थ्यवर्द्धक, सुरक्षित, उच्च गुणवत्ता के, तरोताजा करने वाले पेय विकल्पों की पेशकश करती है. 1993 में अपने पुनःप्रवेश के बाद से कंपनी पेय उत्पादों से उपभोक्ताओं को तरोताजा कर रही है, जैसे कोका-कोला, कोका-कोला ज़ीरो, डाइट कोक, थम्स अप, थम्स अप चार्ज्ड, थम्स अप चार्ज्ड नो शुगर, फ़ैंटा, लिम्का, स्प्राइट, माज़ा, वियो “फ्लेवर्ड मिल्क”, मिनट मेड रेन्ज ऑफ ज्यूसेस, मिनट मेड स्मूथी और मिनट मेड विटिंगो, हॉट और कोल्ड चाय और कॉफी विकल्पों की जॉर्जिया श्रृंखला, एक्वैरियस और एक्वैरियस ग्लूकोचार्ज, श्वीप्स3, स्मार्ट वाटर, किनले और बोनएक्वा पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर और किनले क्लब सोडा. कंपनी अपने खुद के बॉटलिंग परिचालन और अन्य बॉटलिंग पार्टनर्स के साथ, करीब 2.6 मिलियन रिटेल दुकानों के मजबूत नेटवर्क के माध्यम से करोड़ों उपभोक्ताओं के जीवन का हिस्सा बन चुकी है, जिसकी प्रति सेकंड 500 सर्विंग्स की दर है. इसके ब्राण्ड देश में सबसे चहेते और सबसे अधिक बिकने वाले पेयों में शुमार हैं- थम्स अप और स्प्राइट, सबसे अधिक बिकने वाले दो स्पार्कलिंग पेय हैं. कोका-कोला इंडिया का सिस्टम 25,000 लोगों को प्रत्यक्ष और 150,000 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार देता है. भारत में कोका-कोला सिस्टम सामुदायिक पहलों के माध्यम से स्थायी समुदाय निर्मित करने में छोटा-सा योगदान दे रहा है, जैसे सपोर्ट माय स्कूकल, वीर, परिवर्तन, और उन्नति और कंपनी पर्यावरण पर अपने द्वारा होने वाले प्रभाव को स्वयं कम करती है.