ब्रेकिंग न्यूज़

Chanakya Niti: इन 4 जगहों पर भूलकर भी न खोलें अपना मुंह, वरना टूट सकता है मुसीबतों का पहाड़ Bihar News: तेज रफ्तार पिकअप वैन ने पांच लोगों को रौंदा, एक व्यक्ति की मौत; गुस्साए लोगों ने गाड़ी में लगाई आग Nitin Gadkari: जो करेगा जाति की बात, उसको मारूंगा लात...नितिन गडकरी का पुराना बयान अब वायरल Funny Wedding Card Bihar Police : शादी के कार्ड पर लिखा "बिहार पुलिस फिजिकल क्वालिफाइड" सोशल मीडिया पर वायरल हुआ कार्ड Bihar Crime News: बच्चों के विवाद में व्यक्ति की बेरहमी से हत्या, पड़ोसियों ने ही चाकू से गोद डाला New Income Tax Bill: नया आयकर विधेयक अगले हफ्ते संसद में पेश होगा, आज कैबिनेट की मंजूरी की उम्मीद Labour Day 2025: जानिए क्यों मनाया जाता है 1 मई को मजदूर दिवस, क्या है इसका इतिहास और महत्व? Supreme Court: थाने में फरियादी को मिले उचित सम्मान, सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला Pakistani Nationals Sent Back: 18 साल भारत में बिताए, फिर भी रियाज को पत्नी-बच्चों को छोड़ पाकिस्तान भेजा गया , जानिए क्यों! India Pakistan border: भारत सरकार के आदेश के बाद पाक वापसी से पहले 69 साल के पाक नागरिक की हार्ट अटैक से मौत

चिराग पासवान ने CM नीतीश कुमार को फिर लिखा पत्र, जमुई के फंसे लोगों को वापस लाने की लगायी गुहार

चिराग पासवान ने CM नीतीश कुमार को फिर लिखा पत्र, जमुई के फंसे लोगों को वापस लाने की लगायी गुहार

13-May-2020 02:00 PM

By

PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग़ पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर बिहार के बाहर फंसे जमुई के लोगों को तत्काल वापस लाने की मांग की है। इससे पहले भी उन्होनें सीएम को पत्र लिखकर बिहार के बाहर फंसे लोगों को वापस लाने की अपील सीएम से की थी। 



चिराग पासवान ने ट्वीट कर बताया कि उन्होनें जमुई के फंसे लोगों को तत्काल वापस लाने के लिए सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। चिराग पासवान ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि जमुई लोकसभा क्षेत्रवासी जो बाहर फंसे हैं वह जल्द ही ट्रेन या बसों के जरिए वापस लाए जाएंगे। 


एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान की बात करें तो उन्होनें पिछले दिनों भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा था। जिसमें उन्होनें सीएम को बिहार के बाहर फंसे मजदूरों को तत्काल मदद पहुंचाने की नसीहत दी थी।चिराग पासवान ने बिहार के मुख्य मंत्री को पत्र लिख कर कहा था कि मुसीबत की घड़ी में बिहार सरकार की ज़िम्मेवारी बनती है प्रदेश के बाहर फंसे बिहारियो के लिए प्रदेश सरकार सहारा बने। बाहर फंसे लोगों को जल्द से जल्द वापस लाया जाए और अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बात कर बिहारियों की रहने व खाने पीने की सुविधा को भी सुनिश्चचित करें। 

सीएम नीतीश कुमार को लिखे पत्र में चिराग ने दूसरे राज्यों में फंसे लोगो की स्थिति बेहद दर्दनाक बतायी थी। उन्होनें कहा था कि बिना साधन के लोग पैदल आने पर मजबूर है जिससे उनकी जांच भी नहीं हो पा रही है जो एक और बड़ा ख़तरा है। उन्होनें लिखा है कि बाहर फंसे हुए कई लाख लोगों का पंजीकरण किया गया है।उसकी सूची सरकार केंद्र सरकार से साझा करें ताकि ट्रेन की उपलब्धता रेल विभाग करवा सके।


चिराग ने पत्र में लिखा था कि पंजीकरण करवाने में भी समस्या हो रही है।जो नम्बर बिहार सरकार ने प्रवसियों के लिए जारी किए थे लगभग सभी नम्बर पर बात नहीं हो पाती है।पंजीकरण की दूसरी प्रकिया है  कि मज़दूरों को ऑनलाइन फ़ॉर्म भरना है उसमें कई लाख मज़दूर ऐसे हैं जिनके पास ना स्मार्ट फ़ोन है और ना ही वे शिक्षित है।तीसरी प्रक्रिया पंजीकरण की तीसरी व्यवस्था स्थानीय नोडल अफ़सर से या पुलिस थाने पर पंजीकरण करवाने की  उसमें भी प्रावसियों को उनको घर से वहां तक जाने की इजाज़त नहीं है।जिससे उनको पुलिस के लाठी का सामना करना पड़ता है।