जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं
24-Mar-2020 08:25 AM
By
PATNA: बिहार में सब्जियों की कालाबाजारी सोमवार से शुरू हो गई है. कई सब्जी को दो गुने रेट पर बेचा जा रहा है. जिससे लोग परेशान हो गए हैं. मजबूरी में थोड़ा ही सही लेकिन सब्जी लेना पड़ रहा है.
दुकानदार लॉक डाउन का दे रहे हवाला
जब सब्जी दुकानदारों से फर्स्ट बिहार ने रेट बढ़ाने की वजह जानी तो कहा गया कि मंडी से ही सब्जियों का रेट बढ़ गया है. जिसके कारण अधिक रेट पर सब्जी बेचना पड़ रहा है. लेकिन इनके तर्क में कोई दम नहीं है. क्योंकि यह कालाबाजारी अधिक मुनाफा कमाने के लिए किया जा रहा है. जो पहले से ही प्याज और आलू गोदाम में पड़ा है. उसका लॉक डाउन से रेट बढ़ाने को कोई मतलब ही नहीं है. यह भी नहीं कहा जा सकता कि बाहर से सामान आने में दिक्कत हो रही है. क्योंकि सरकार ने लॉक डाउन से इसको बाहर रखा है.
सब्जियों के रेट इस प्रकार हो गए है
आलू 20 के बदले अब लॉक डाउन के नाम पर 30 रुपए बेचा जा रहा है. टमाटर 20 रुपए मिल रहा था अब 60 रुपए हो गया है. प्याज 25 बिक रहा था अब 40 रुपए हो गया है. फूलगोभी 20 रुपए किलो बिक रहा था जो अब 30 रुपए हो गया है. बैंगन 30 रुपए था अब 40 हो गया है. भिंडी 60 रुपए किलो बिक रहा था लेकिन अब 80 रुपए बेचा जा रहा है. इस तरह सभी सब्जियों के रेट में काफी इजाफा हुआ है.
मनमानी पर कोई रोक नहीं
सब्जियों की कालाबाजारी करने वालों पर प्रशासन की और से कोई रोक नहीं लगाई गई है. जिसके कारण कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों का मनोबल बढ़ा हुआ है. यही कारण है कि सब्जियों के रेट लॉक डाउन के नाम पर बढ़ा दिया गया है और इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है.