IIT खड़गपुर के छात्र की हॉस्टल से मिली लाश, बिहार के शिवहर का रहने वाला था आसिफ कमर, परिजनों ने की जांच की मांग मदद की बजाय वीडियो बनाते रहे लोग, कार में जिंदा जल गया युवक NEET पास कराने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी, 3 दलाल को STF ने दबोचा Bihar Politics: ‘बिहार में बनेगी महागठबंधन की सरकार’ पटना में बैठक के बाद मुकेश सहनी का बड़ा दावा बड़हरा की बेटी सोनाली सिंह ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ाया कदम, आत्मनिर्भर बनने के लिए किया प्रेरित Pahalgam Attack: पाकिस्तान के खिलाफ भारत का एक और स्ट्राइक, बगलिहार बांध से चिनाब नदी का पानी रोका Pahalgam Attack: पाकिस्तान के खिलाफ भारत का एक और स्ट्राइक, बगलिहार बांध से चिनाब नदी का पानी रोका शराब के बाद गांजा तस्करी के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे धंधेबाज, एम्बुलेंस से 78 kg गांजा बरामद, 3 तस्कर गिरफ्तार महज 11 साल की उम्र में जीजा से शादी, 12 साल बाद देवर से हो गया प्यार; दिलचस्प है कहानी BIHAR NEWS: सहरसा रेलवे यार्ड में बड़ा हादसा, इंजन सेंटिंग के दौरान दो पॉइंट्समैन घायल
02-Jun-2021 08:58 AM
By
MUZAFFARPUR: लॉकडाउन के बीच साइबर क्राइम का मामला सामने आया है। साइबर फ्रॉड ने पूर्व सैनिक के पेंशन खाते में पहले 4.55 लाख रुपये का लोन पास कराया फिर चार लाख 26 हजार 992 रुपये उड़ा लिए। सरैया बतरौलिया के अनिरुद्ध कुमार ने विश्वविद्यालय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बताया जाता है कि सेना से रिटायर्ड होने के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित SBI की शाखा में उनका खाता स्थानांतरित किया गया। तीन मार्च को उनके मोबाइल पर राहुल नामक व्यक्ति कॉल किया जो खुद को विवि कैंपस एसबीआइ का कर्मचारी बताया। राहुल ने कहा कि आपका चेक आया हुआ है। कुछ तकनीकी वजह से भुगतान नहीं हो सका है । आपके मोबाइल पर एक ओटीपी जाएगा। बातचीत के दौरान उसने एकाउंट होल्डर को झांसे में ले लिया और उनसे ओटीपी जान ली।
जब पीड़ित ने अकाउंट चेक किया तो पता चला कि मार्च के पेंशन के अलावा उसमें कोई राशि नहीं आई है । इसके बाद बैंक से स्टेटमेंट निकलवाया तो पता चला कि साइबर फ्रॉड ने 4.55 लाख रुपये का लोन पास कराकर उनके खाते से 19 बार में चार लाख 26 हजार 992 रुपये की निकासी कर ली है ।
बैंक की तरफ से कहा गया कि यह साइबर क्राइम का मामला है। पीड़ित ने थाने मे रिपोर्ट दर्ज करायी है। जिसके बाद पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। गौरतलब है कि साइबर क्रिमिनल लगातार इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस की तरफ से साइबर फ्रॉड पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके साथ ही लोगों में जागरूकता की भी कमी है।
हालांकि आरबीआइ की तरफ से कहा जा चुका है कि किसी भी ग्राहक को बैंक से कॉल कर जानकारी नहीं मांगी जाती है। इस तरह का कॉल साइबर फ्रॉड का हो सकता है। इसलिए ऐसे कॉल से सतर्क रहें। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।