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18-Feb-2022 06:28 PM
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GAYA : काले धन के खिलाफ ED ने कार्रवाई करते हुए गया के एक व्यापारी की संपत्ति जब्त की है। नोटबंदी की घोषणा से पहले और बाद में बैंक खातों में बड़ी रकम जमा करनेवालों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई की है। इसके तहत बिहार के व्यवसायी और उनकी पत्नी की 8 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली गई है।
गया स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा के बैंक खातों में थर्ड पार्टी खातों का इस्तेमाल कर बड़ी रकम जमा करने की शिकायत मिली थी। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच इसी मामले से जुड़ी थी। जब्त की गई संपत्ति गया स्थित फर्म सर्वोदय ट्रेडर्स के मालिक धीरज जैन और उनकी पत्नी रिंकी जैन और अन्य फर्मों के नाम पर है।
ED का यह मामला उस FIR पर आधारित है जो बिहार पुलिस ने नोटबंदी के दौरान दर्ज कराई थी। जांच के दौरान कथित रूप से पाया गया कि गया के व्यवसायी मोतीलाल ने BOI के अधिकारियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता शशि कुमार, राजेश कुमार और उनके फर्म और रिश्तेदारों के नाम पर बैंक खातों का दुरूपयोग किया था।
ED ने कहा है कि इन बैंक खातों में अवैध रूप 44.80 करोड़ रुपए जमा किए गए थे। इस रकम को खाताधारकों की जानकारी के बिना विभिन्न खातों में ट्रांसफिर किया गया था। मोतीलाल ने व्यापारी धीरज जैन, पवन कुमार जैन और दिल्ली के एक दलाल बिमल जैन के कहने पर जाली दस्तावेजों के आधार पर अवैध रूप से पैसों को ट्रांसफर किया था।
भारत सरकार ने काले धन को खत्म करने के लिए 500 और 1000 के पुराने नोटों को बंद कर 500 और 2000 के नए नोट जारी किए थे। इसी दौरान काले धन वाले कई लोगों ने अपने पुराने नोटों को बैंकों में जमा करने के लिए अवैध चैनलों का इस्तेमाल किया था।