Bihar Crime News: बिहार में वार्ड पार्षद की शर्मनाक करतूत, मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर लड़की के साथ किया गंदा काम BIHAR NEWS : 15 सितंबर तक सड़क और पुल निर्माण शुरू करें ठेकेदार, वरना होगी सख्त कार्रवाई Bihar Politics: राहुल-तेजस्वी पर गिरिराज सिंह का जोरदार हमला, ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ पर खूब बरसे बिहार में शराबबंदी लागू करने में पुलिस नाकाम, खुद शराब की दुकानें बंद करवाने का ग्रामीणों ने उठाया बीड़ा Bihar Police Transfer: बिहार के इस जिले में 19 पुलिस अधिकारियों का तबादला, 4 नए थानाध्यक्षों की तैनाती Bihar Police Transfer: बिहार के इस जिले में 19 पुलिस अधिकारियों का तबादला, 4 नए थानाध्यक्षों की तैनाती SSC EXAM : नॉर्मलाइजेशन के तरीके में हुआ बड़ा बदलाव, शिफ्ट बदलने पर भी नहीं होगा मार्क्स में अंतर BPSC Prelims 2025: 13 सितंबर को होगी BPSC 71वीं PT परीक्षा, आयोग ने जारी किया नोटिस; सेंटर जाने से पहले पढ़ लें यह खबर CP Radhakrishnan: सीपी राधाकृष्णन ने राज्यपाल पद से दिया इस्तीफा, इन्हें मिली महाराष्ट्र के गवर्नर की जिम्मेवारी CP Radhakrishnan: सीपी राधाकृष्णन ने राज्यपाल पद से दिया इस्तीफा, इन्हें मिली महाराष्ट्र के गवर्नर की जिम्मेवारी
05-Dec-2024 03:51 PM
By SONU
KATIHAR: बड़बोलेपन में बंजरंग दल को लेकर गलत बयान देना बलरामपुर के माले विधायक महबूब आलम को भारी पड़ गया। विधायक ने बजरंग दल को गुंडा तत्व बताया था और गोलीकांड के लिए जिम्मेवार करार दिया था। गुरुवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने महबूब आलम को घेर लिया और उनको सख्त चेतावनी दी। इस दौरान माले विधायक सफाई देते रहे।
दरअसल, बीते दिनों मनसाही थाना क्षेत्र के कुरेठा पंचायत के पिंडी गांव में जमीन जोतने को लेकर फायरिंग और हिंसा की घटना हुई थी। जिसमें गोली लगने से आदिवासी समुदाय के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और दो लोग घायल हुए थे। माले विधायक महबूब आलम ने इस घटना के लिए बजरंग दल को जिम्मेवार बताया था और बजरंग दल को गुंडा तत्व करार दिया था।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को माले विधायक का घेराव कर दिया और पूछा कि किस आधार पर उन्होंने बजरंग दल के खिलाफ ऐसी टिप्पणी की थी। इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ता काफी आक्रोशित थे और विधायक महबूब आलम बैकफुट पर नजर आते दिखे। अपना पल्ला झाड़ते हुए विधायक ने मीडिया में उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।
मामला बिगड़ता देख सहायक थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित कार्यकर्ताओं को समझा बुझाकर शांत कराया। इस दौरान विधायक महबूब आलम मीडिया की सवालों से बचते नजर आए। वही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस्लामिक कट्टरपंथी और प्रतिबंधित पीएफआई जैसे संगठनों के खिलाफ विधायक कभी नहीं बोलते लेकिन सभी समाज के लोगों की सेवा करने वाले बजरंग दल के खिलाफ जहर उगलते हैं।