बिहार में भीषण गर्मी का सितम: औरंगाबाद में पारा 46.2 डिग्री पार, पटना के संपतचक में 45.7 °C, रात में बारिश होने की संभावना Mohan Bhagwat: ‘पड़ोसियों को हम तंग नहीं करते लेकिन दंड देना राजा का कर्तब्य’ RSS प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान Mohan Bhagwat: ‘पड़ोसियों को हम तंग नहीं करते लेकिन दंड देना राजा का कर्तब्य’ RSS प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान Pahalgam Terror Attack: “सरकार इजाजत दे तो भारत का मुसलमान पाकिस्तानियों को घर में घुसकर मारेगा” : AIIA अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी का बड़ा बयान Bihar Crime News: पुलिस की गिरफ्त में आए 8 शातिर साइबर अपराधी, विदेश भेजने के नाम पर लोगों को बनाते थे शिकार शादी के 5 साल बाद लड़की वाले से दहेज की मांग, नहीं देने पर कुदाल से पति ने काट डाला गला Advisory For Media: पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत सरकार ने मीडिया के लिए जारी की एडवाइजरी, दिये यह निर्देश; कुछ बड़ा होने वाला है? Advisory For Media: पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत सरकार ने मीडिया के लिए जारी की एडवाइजरी, दिये यह निर्देश; कुछ बड़ा होने वाला है? Rags To Riches: “उसी दिन फैसला कर लिया था कि सुपरस्टार बनूंगा”, अपमान का वो घूंट जिसे पीकर ‘चिरंजीवी’ ने किया था खुद से एक वादा पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व.तस्लीमुद्दीन के दोनों बेटे आमने-सामने, MLA शाहनवाज आलम के प्रोग्राम से ठीक एक दिन पहले उसी जगह पर सरफराज ने रखा कार्यक्रम
30-Oct-2019 05:13 PM
By Jitendra Kumar
BEGUSARAI: एक बार फिर बिहार सरकार का स्वास्थ्य सिस्टम सवालों के घेरे में आ गया है. हॉस्पिटल से एंबुलेंस नहीं दिया. जिसके कारण मजबूरन परिजनों को बच्चे का शव बाइक से ले जाना पड़ा. यह हाल बेगूसराय जिले के बलिया पीएचसी का है.
बताया जा रहा है कि बलिया थाना क्षेत्र में पानी में डूबने से एक बच्चे की मौत हो गई थी. परिजनों को उम्मीद थी कि बच्चा बच जाएगा. इसको लेकर परिजन बलिया पीएचसी में लाए. यहां पर डॉक्टरों ने जांच के दौरान बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
शव ले जाने के लिए बच्चे के परिजनों ने बलिया चिकित्सा पदाधिकारी से एंबुलेंस की मांग की तो कहा कि एंबुलेंस खराब है. जिसके बाद परिजन बाइक पर ही शव को लेकर गांव गए. बता दें कि बिहार के बेगूसराय, समस्तीपुर,बक्सर, भोजपुर समेत कई सदर हॉस्पिटल से इस तरह के मामले पहले ही सामने आ चुके हैं. ऐसे में परिजनों को बाइक तो किसी को ठेले पर अपने मरीज या शव को लेकर जाना पड़ता है. इस तरह के मामले सामने आने के बाद भी इसमें सुधार नहीं होता है.