ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: ई-रिक्शा चालक की हत्या से हड़कंप, जांच के बाद हैरान रह गई पुलिस Bihar Education News: शिक्षकों के वेतन को लेकर शिक्षा विभाग के ACS एस.सिद्धार्थ ने क्या कहा ? चिट्ठी पढ़वाने लगे..... Caste census: जिस जातिगत जनगणना का पंडित नेहरू और राजीव गाँधी ने किया था विरोध, अब राहुल क्यों दे रहे हैं जाति पर ज़ोर? Bihar Mausam Update: अभी-अभी बिहार के इन चार जिलों के लिए जारी हुआ अलर्ट, वज्रपात, हवा के साथ मध्‍यम से भारी वर्षा होने की संभावना, कौन-कौन जिले हैं शामिल... West Bengal: शौचालय की दीवार पर चिपका दिया पाकिस्तानी झंडा, गिरफ्तार कर ले गई पुलिस Life Style: गर्मी में स्मार्टफोन को चार्ज करते वक्त न करें ये गलतियां, ओवरहीट से बचाने के लिए अपनाएं ये टिप्स Twins Meet in Bihar: बिहार में होने जा रहा जुड़वों का सबसे बड़ा समागम, देशभर से यहां जुटेंगे Twins भाई-बहन Twins Meet in Bihar: बिहार में होने जा रहा जुड़वों का सबसे बड़ा समागम, देशभर से यहां जुटेंगे Twins भाई-बहन Iodine deficiency : आयोडीन की कमी से शरीर पर पड़ सकता है गहरा असर, जानिए इससे जुड़ी अहम बातें और बचाव का आसान तरीका BIHAR CRIME: जमुई पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी: कुख्यात नक्सली हरि यादव और नरेश यादव गिरफ्तार

एशियन हॉस्पिटल के सर्जन डॉ पंकज कुमार बोले- शरीर में जोड़ों के दर्द की न करें अनदेखी, दर्द की ज्यादा दवा लेना भी खतरनाक

एशियन हॉस्पिटल के सर्जन डॉ पंकज कुमार बोले- शरीर में जोड़ों के दर्द की न करें अनदेखी, दर्द की ज्यादा दवा लेना भी खतरनाक

29-Jun-2020 08:44 PM

By

PATNA : पटना के पाटलिपुत्रा कॉलोनी स्थित एशियन हॉस्पिटल के ज्वाइंट रिप्लेसमेंट एवं स्पाइन सर्जन डॉ. पंकज कुमार ने कहा है कि शरीर में जोड़ों के दर्द की कभी अनदेखी नहीं करनी चाहिए तथा कम से कम दर्द निरोधक दवा का सेवन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दर्द निरोधक दवा लेने से पहले हड्डी रोग विषेशज्ञ से जांच करवा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 40 की उम्र के बाद हर किसी को कम से कम आधा घंटा व्यायाम करना चाहिए, धूप भी षरीर में लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज लोग ज्यादा सुविधाभोगी हो गये हैं। इस कारण वे पैदल टहलना भूलते जा रहे हैं जिससे जोड़ों का दर्द बढ़ रहा है।


डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि व्यायाम न करने की वजह से आजकल कम उम्र में भी आर्थराइटिस का प्रकोप बढ़ जाता है जिससे जोड़ों में दर्द खासकर घुटनों का दर्द काफी बढ़ जाता है। व्यायाम कर और दवा खाकर इससे निजात तो पाया जा सकता है लेकिन अत्यधिक उम्र बढ़ने के साथ घुटने के रिप्लेसमेंट की नौबत आ जाती है। उन्होनें कहा कि हमारे यहां घुटने तथा कूल्हे का रिप्लेसमेंट किया जाता है, वह भी सस्ती दर पर। घुटने के रिप्लेसमेंट में हमारे यहां कंप्यूटर नैविगेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है।


सर्जन डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि घुटने या कूल्हे के रिप्लेसमेंट के तीन-चार दिन बाद मरीज सामान्य रूप से काम करना या चलना आरम्भ कर देता है रिप्लेसमेंट के लिए सभी अत्याधुनिक मशीनें, उपकरण तथा सुविधाएं हमारे हॉस्पिटल में मौजूद हैं, जहां आम आदमी भी अपना इलाज करवा सकता है। रीढ़ की हड्डी का भी इलाज यहां दवा तथा ऑपरेशन से किया जाता है। उन्होंने कहा कि दर्द निरोधक दवा का ज्यादा सेवन किसी दूसरी बीमारी को जन्म दे सकता है, इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के दर्द निरोधक दवाएं न लें।